हल्द्वानी-रामपुर हाईवे खून से लाल होता जा रहा है। रात में टांडा जंगल की करीब 15 किमी की सड़क अब और भयावह होता जा रहा है। हाल ही में एक ट्रैक्टर-ट्राली से कार टकरा गई और दो लोगों की मौत हो गई। परिवहन विभाग अब रात में सड़क पर दृश्यता बढ़ाने के लिए सोमवार से ऑपरेशन वी विजुअल की शुरुआत करने जा रहा है।
बता दें कि बेलबाबा मंदिर से रुद्रपुर बाईपास तक करीब 15 किमी का हिस्सा टांडा जंगल का हिस्सा है। यहां सुनसान होने से वाहनों की रफ्तार काफी तेज हो जाती है। वहीं स्ट्रीट लाइटें न होने से रात में यह सफर हादसों को आमंत्रित करता है। वर्तमान में सड़कों पर डेलीनेटर (एक रॉड में लगा रिफ्लेक्टर टैप) और कैट आई (ब्लिंक करने वाली छोटी लाइट) लगे हैं। इससे सड़क की चौड़ाई का अंदाजा तो मिल जाता है। लेकिन सड़क पर चल बिना लाइट के ट्रॉली, ई-रिक्शा, साइकिल, ऑटो नहीं दिखाई देते हैं। तेज रफ्तार में जा रहा वाहन जब इन वाहनों के पास आ जाता है तो स्पीड अनियंत्रित हो जाती है और हादसा हो जाता है।
रोड सेफ्टी के नोडल विमल पांडे ने बताया कि दृश्यता बढ़ाने के लिए ट्रैक्टर-ट्राॅली, ई-रिक्शा, साइकिल जैसे वाहनों पर रिफ्लेक्टर टैप लगाए जाएंगे। इसके अलावा जो पेड़ सड़क के बिल्कुल किनारे हैं, उन पर भी रिफ्लेक्टर टैप लगेगा। साथ ही क्रैश वैरियर को पूरी तरह रिफ्लेक्टर टैप लगाया जाएगा। इससे सड़क से कुछ ऊंचाई तक थोड़ी दृश्यता बढ़ेगी। इसके अलावा संबंधित विभाग से सोलर लाइटें लगवाने पर विचार किया जाएगा। सोमवार से रुद्रपुर और हल्द्वानी दोनों शहरों का परिवहन विभाग इस अभियान को शुरू करेगा। साथ ही रोज की रिपोर्ट संभागीय परिवहन अधिकारी को सौपेंगे।
हर दो किमी पर लगेंगे रंबल स्ट्रिप
दिन और रात में रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए जंगल के इस क्षेत्र में हर दो किमी पर रंबल स्ट्रिप लगेंगे। विभाग का मानना है इससे रफ्तार कम नहीं होगी लेकिन वाहन चालक यहां रेस नहीं देता है। हर जगह एक बार में करीब 15 रंबल स्ट्रिप लगेंगे। इससे वाहनों की रफ्तार तय सीमा में ही रहेगी।
लगेंगे स्पीड अलर्ट
बड़े-बड़े हाईवे की तरफ रामपुर हाईवे पर भी स्पीड अलर्ट लगाने की बात चल रही है। यह मशीन कुछ सेकंड पहले ही उसकी स्पीड बता देगी और तेज आवाज करेगी। विभाग जंगल में इसके करेंट के लिए विकल्प ढूंढ रहा है। ऑपरेशन के लिए इस पर भी काम होगा।