नगर निगम हल्द्वानी-काठगोदाम सफाई के मामले में आगे बढ़ रहा है लेकिन संसाधन और बजट का अभाव दिक्कत बना हुआ है। नगर निगम के 60 वार्डों में 71 वाहनों से कूड़ा उठा रहा है। इसके बाद भी नए वार्डों में एक दिन छोड़कर दूसरे दिन कूड़ा वाहन आ रहे हैं। निगम में शामिल नए गांवों में मानकों के अनुसार सफाई कर्मी नहीं हैं। सफाई व्यवस्था की निगरानी के लिए भी पर्याप्त अधिकारी नहीं हैं।
चार करोड़ खर्च के बाद भी ट्रंचिंग ग्राउंड की स्थिति खराब
नगर निगम ने ट्रंचिंग ग्राउंड से कूड़ा हटाने में दो साल में चार करोड़ रुपये खर्च कर दिए हैं। इसके बाद भी ट्रंचिंग ग्राउंड कूड़े से पटा हुआ है। कूडें का पहाड़ बनाने में नगर निगम प्रति महीने करीब 20 लाख रुपये खर्च कर रहा है। इसके बाद भी दुर्गंध से 35 हजार की आबादी परेशान है। उधर जाड़ों से लेकर गर्मियों तक ट्रंचिंग ग्राउंड के कूड़े में आग लगी रहती है। इससे गौलापार, गौजाजाली, इंदिरानगर और आसपास की 35 हजार की आबादी परेशान रहती है।
35 लाख का जटायू फांक रहा धूल
नगर निगम कूड़ा उठाने से लेकर फेंकने तक के कार्य में मशीन का इस्तेमाल बढ़ा रहा है। निगम ने सफाई के लिए विदेशों में चलने वाली एक मशीन ले ली। इसके लिए निगम ने 34 लाख रुपये खर्च किए लेकिन यह मशीन दो महीनों में ही खराब हो गई। अब नगर निगम की पार्किंग में यह मशीन धूल फांक रही है। एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह मशीन पूरे भारत में फेल हो गई है। लेते समय इस बारे में नगर आयुक्त को बताया था लेकिन उन्होंने उनकी बात नहीं मानी।
ये है निगम के पास –
- कूड़ा ढोने वाले वाहन और ट्रैक्टर ट्राली -71
- जेसीबी एक
- सफाई कर्मचारी- 1050
- हल्द्वानी से प्रतिदिन कूड़ा निकलता है 150 मीट्रिक टन
- हल्द्वानी को छोड़कर अन्य क्षेत्र से कूड़ा आता है 80 मीट्रिक टन
इन संसाधनों के लिए निगम ने शासन से मांगा है बजट –
- जेसीबी 02
- कूड़ा ढोने के छोटे वाहन 25
- बड़े वाहन – 02
- ट्रैक्टर-ट्राली – 02
- पोकलेन – 01
नगर निगम लगातार सफाई व्यवस्था बेहतर करने के प्रयास कर रहा है। निगम के वार्डों का क्षेत्रफल बड़ा होने के कारण सफाईकर्मियों की कमी है। नए वार्डों में दो-दो कूड़ा उठाने वाले वाहनों की आवश्यकता है। बनभूलपुरा हिंसा में वाहन और जेसीबी जल गई थी। इन सभी के लिए शासन से बजट मांगा गया है।
-गणेश भट्ट, सहायक नगर आयुक्त