एडीबी की ओर से नगर निगम को मिले दो हजार करोड़ रुपये से हल्द्वानी की तस्वीर बदल जाएगी। हल्द्वानी में 1500 वर्ग मीटर में बहुउद्देशीय भवन और बस अड्डा बनाया जाएगा। भवन में शहर के सभी प्रशासनिक कार्यालय स्थानांतरित किए जाएंगे।
डीएम धीराज गर्ब्याल ने एडीबी की ओर से मिले दो हजार करोड़ रुपयों को लेकर टाटा कंसल्टेंसी सहित कई विभागों और नगर आयुक्त के साथ बैठक की। बैठक के बाद डीएम ने जानकारी दी कि रोडवेज बस अड्डा, सिंचाई, नगर निगम की लाइब्रेरी, तहसील भवन, ट्रेजरी, रजिस्ट्रार कार्यालय की जमीन को लिया जाएगा। ये जमीन 1500 वर्ग मीटर होगी। इस पर बहुउद्देशीय भवन बनाया जाएगा। तय किया कि रोडवेज की जमीन पर अत्याधुनिक बस अड्डा बनाया जाएगा। रोडवेज के कार्यालय भवन बस अड्डे के ऊपर शिफ्ट किए जाएंगे।
बहुउद्देशीय भवन में दो तल में पार्किंग बनाई जाएगी। इसके बाद बहुउद्देशीय भवन में लाइब्रेरी, एसडीएम, सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय, तहसील, ट्रेजरी, रजिस्ट्रार कार्यालय बनाया जाएगा। ऊपरी मंजिल में सिटी हॉल बनाया जाएगा।
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ड्रेनेज प्लान-
डीएम ने सिंचाई विभाग से यूयूएसडीए को 15 दिन के भीतर हल्द्वानी नगर निगम का ड्रेनेज प्लान बनाकर देने के लिए कहा है। डीएम धीराज गर्ब्याल ने कहा कि हल्द्वानी की सबसे बड़ी समस्या ड्रेनेज ही है। उन्होंने इसे प्राथमिकता पर रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
सीवर लाइन-
नगर निगम के नए क्षेत्र में 108 किलोमीटर सीवर लाइन बिछाई जाएगी। इसके लिए टाटा कंसल्टेंसी ने 340 करोड़ रुपये की फाइनल डीपीआर यूयूएसडीए को भेज दी है। जल्द ही इसका बजट जारी हो सकता है।
पेयजल लाइन –
टाटा कंसल्टेंसी ने जल संस्थान, सिंचाई के साथ मिलकर वाटर सप्लाई के लिए 550 करोड़ की ड्राफ्ट डीपीआर यूयूएसडीए को भेज दी है।
फॉरेस्ट की जमीन पर बनेगा टैक्सी स्टैंड
हल्द्वानी। तिकोनिया के पास पांच हेक्टेयर वन भूमि पर टैक्सी स्टैंड बनाने की योजना है। डीएम धीराज गर्ब्याल ने इस संबंध में वन विभाग से बात करने के लिए नगर आयुक्त को अधिकृत किया है।
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ये प्राथमिकताएं तय कीं
– ड्रेनेज सिस्टम
– वाटर सप्लाई
– सीवरेज
– परिवहन
– बहुउद्देशीय भवन
– मार्केट का नैनीताल की तर्ज पर पर्वतीय शैली में सौंदर्यीकरण