भारत में मुंबई हमलों के कथित मास्टरमाइंड हाफिज सईद का रिश्तेदार और प्रतिबंधित जमात-उद-दावा का उपप्रमुख हाफिज अब्दुल रहमान मक्की नहीं रहा। उसने शुक्रवार को लाहौर में दिल का दौरा पड़ने से दम तोड़ दिया।
पाकिस्तान के टीवी चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, हाफिज अब्दुल रहमान मक्की की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। मक्की लश्कर का वांछित आतंकवादी था। वह लश्कर नेता हाफिज सईद का साला भी था। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो मक्की पिछले कुछ दिनों से बीमार था और लाहौर के एक निजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। उसका शुगर लेवल काफी बढ़ा हुआ था।
वैश्विक आतंकवादी’ भी घोषित
मई 2019 में मक्की को पाकिस्तान में गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद उसे लाहौर में नजरबंद कर दिया गया था। 2020 में एक पाकिस्तानी अदालत ने उसे आतंकी वित्तपोषण से जुड़े मामलों में भी दोषी ठहराया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। इसके बाद से उसकी अधिक चर्चा नहीं हुई। जनवरी 2023 में मक्की को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की ओर से भी ‘वैश्विक आतंकवादी’ भी घोषित किया गया था। इसके तहत उसकी संपत्ति जब्त की गई, यात्रा पर प्रतिबंध लगाया गया और हथियार पर प्रतिबंध लगाए गए।
26/11 का साजिशकर्ता
मक्की ने 26/11 मुंबई आतंकी हमलों के लिए आतंकियों को फंड मुहैया कराया था। हमले में 166 लोग मारे गए थे। हमले के खिलाफ सेना की कार्रवाई में कुल नौ आतंकवादी भी मारे गए थे। इस दौरान एक आतंकवादी आमिर अजमल कसाब को जिंदा पकड़ा लिया गया था।
भारत में सुरक्षा एजेंसियों की रडार पर था
मुंबई आतंकी हमलों के अलावा मक्की लाल किला हमले में शामिल होने के कारण भारत में सुरक्षा एजेंसियों की रडार पर था। लाल किले पर हमले की घटना को 22 दिसंबर, 2000 को अंजाम दिया गया था। इस हमले में भी मक्की का ही हाथ था। हमले में लश्कर के छह आतंकवादियों ने लाल किले पर धावा बोला था और किले की सुरक्षा कर रहे सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की थी।