
गौरव यात्रा ट्रेन -: महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर अयोध्या पहुंची गौरव यात्रा ट्रेन,श्रद्धालुओं ने लगाए जय श्रीराम के नारे
केंद्र व प्रदेश की योगी सरकार का संकल्प श्रद्धालुओं और पर्यटकों को मिले तमाम सुविधाएं
अयोध्या। केंद्र व प्रदेश की योगी सरकार धर्म नगरी अयोध्या में पर्यटकों व श्रद्धालु की सुविधा के लिए तेजी से प्रयासरत सरकार का उद्देश्य है कि अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को आने जाने मैं किसी प्रकार के असुविधा ना इसके लिए डबल इंजन की सरकार ने महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर गौरव यात्रा ट्रेन अयोध्या कैंट स्टेशन पहुंच गई। यहां से यह ट्रेन सीतामढ़ी बिहार के लिए रवाना होगी और फिर वाराणसी जाएगी महाशिवरात्रि के दिन गौरव यात्रा ट्रेन अयोध्या पहुंच गई है। इस मौके पर अयोध्या कैंट स्टेशन पर श्रद्धालुओं ने जय श्रीराम के नारे लगाए।इस ट्रेन से 190 श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे हैं। सभी यात्री चार बसों से अयोध्या धाम के लिए रवाना हो गए और रामलला और हनुमानगढ़ी का दर्शन-पूजन करेंगे।अयोध्या धाम से दर्शन पूजन करने के बाद ट्रेन सीतामढ़ी बिहार के लिए रवाना हो जाएगी।
सीतामढ़ी से श्रद्धालु वाराणसी पहुंचेंगे जहां काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन करेंगे।
भारत-नेपाल के सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करेगी गौरव यात्रा ट्रेन
आपको बता दें कि भारत गौरव पर्यटक ट्रेन
श्रीरामजानकी यात्रा के तहत भारत गौरव पर्यटक ट्रेन की शुरूआती कारोबार अयोध्या से जनकपुर तक चलेगी। भारत के अयोध्या और नेपाल के जनकपुर के बीच तीर्थ स्थलों को जोड़ने वाले मार्गों पर भारत गौरव ट्रेन का संचालन होगा। यह ट्रेन भगवान राम से जुड़े स्थलों का दर्शन कराएगी। आईआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत सिन्हा से मिली जानकारी के अनुसार, प्रस्तावित सात दिवसीय भारत गौरव पर्यटक ट्रेन यात्रा का पहला पड़ाव भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या है।जहां पर्यटक श्रीरामजन्मभूमि मंदिर, हनुमान मंदिर और इसके अलावा नंदीग्राम में भरत मंदिर जाएंगे। अयोध्या के बाद ट्रेन बिहार के सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन जाएगी और पर्यटक आगे बसों द्वारा नेपाल के जनकपुर जाएंगे।गाजियाबाद की रहने वाली श्वेता ने बताया कि हम अपने फैमिली के साथ पहली बार अयोध्या दर्शन के लिए आए हुए हैं जिसमें सरकार के द्वारा जो कार्य कराया जा रहा है वह बहुत ही अच्छा हैं। यह ट्रेन अयोध्या, काशी व प्रयागराज को भी कवर करेगी। उन्होंने कहा कि यह पहल भारत-नेपाल के सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करेगी।