
निर्माता-अभिनेता आमिर खान ने अपनी नई फिल्म ‘सितारे जमीन पर’ को इस शुक्रवार भारत में रिलीज करने के लिए फिल्म में सुझाए गए सेंसर बोर्ड के सारे कट्स न सिर्फ स्वीकार कर लिए हैं, बल्कि इन कट्स के साथ फिल्म को यूए 13+ का सेंसर सर्टिफिकेट भी हासिल कर लिया है। फिल्म में एक जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वक्तव्य भी शामिल किया गया है।
अभी दो-तीन दिन पहले आपने शायद एक ‘खबर’ पढ़ी हो जिसमें दावा किया गया कि निर्माता-अभिनेता आमिर खान अपनी नई फिल्म ‘सितारे जमीन पर’ भारत में रिलीज नहीं करने पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। फिल्म के ब्रिटिश सेंसर बोर्ड से बिना किसी कट के पास होने की जानकारी देती इन ‘खबरों’ में इस बात पर जोर दिया गया कि अगर भारत के केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) यानी सेंसर बोर्ड ने आमिर की फिल्म को बिना कट्स के पास नहीं किया तो फिल्म शायद भारत में रिलीज ही न हो, क्योंकि आमिर ने सेंसर बोर्ड के सुझाए कट्स मानने से इन्कार कर दिया है। लेकिन, सूत्र बताते हैं कि ये सिर्फ सेंसर बोर्ड पर दबाव बनाने की फिल्म निर्माता की रणनीति का हिस्सा था।
सर्वे के मुताबिक अधिकतर लोगों ने माना है कि उनमें इस फिल्म को लेकर कोई क्रेज नहीं है। कुछ-कुछ ऐसे ही नतीजे फिल्म को लेकर मुंबई के फिल्म ट्रेड बाजार में भी हैं। फिल्म के ओटीटी राइट्स को लेकर बुनी गई तमाम ‘फर्जी खबरों’ का पर्दाफाश हो चुका है और हकीकत यही है कि कोई भी बड़ा ओटीटी इस फिल्म को इसके निर्माताओं की तरफ से मांगी जा रही कीमत पर खरीदने को तैयार नहीं है।
फिल्म ‘सितारे जमीन पर’ की रिलीज से पहले आमिर खान ने कुछ चुनिंदा लोगों को ये फिल्म दिखाई और उनके रिव्यूज को फिल्म के लिए सकारात्मक बताया है। इस स्क्रीनिंग में शामिल एक शख्स ने बताया कि फिल्म की स्क्रीनिंग से पहले जो माहौल आमिर खान ने बनाया, उसमें कोई भी शख्स फिल्म देखकर निकलते समय उसके बारे में नकारात्मक बातें बोल भी कैसे सकता है? आमिर ने ये प्राइवेट स्क्रीनिंग बिना फिल्म का सेंसर सर्टिफिकेट हासिल किए की और भले इसे फिल्म कारोबार की भाषा में टेक्निकल स्क्रीनिंग का नाम दिया जाए, लेकिन इस तरह किसी थियेटर में किसी फिल्म को सामाजिक रूप से दिखाया जाना कानून के जानकारों की नजर में उचित नहीं है।