धौलाना औद्योगिक क्षेत्र में पुलिस चौकी से मात्र 250 मीटर और सीएनजी पंप से 500 मीटर की दूरी पर अवैध रूप से चल रही पटाखा फैक्टरी में शनिवार दोपहर ढाई बजे भीषण विस्फोट हो गया। हादसे में 12 मजदूरों की मौत हो गई और 11 बुरी तरह झुलस गए। इनमें पांच की हालत बहुत गंभीर है। इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बनाने के लाइसेंस पर चलाई जा रही फैक्टरी में बारुद के ढेर में अन्य रसायन मिलाए जाते समय हुआ धमाका इतना जबरदस्त था कि पूरी इमारत जमींदोज हो गई और भीषण आग लग गई।
मृतकों और घायलों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। मेरठ मंडल के आयुक्त एसपी सिंह ने हापुड़ की डीएम मेधा रूपम को हादसे की जांच करने के आदेश दिए हैं। धमाके के वक्त 23 से 25 मजदूर मौजूद थे। ये सभी दोपहर का खाना खाने के बाद फिर से पटाखे बनाने में लगे ही थे कि धमाका हो गया। इसकी गूंज पांच किमी. तक सुनाई दी। छह मजदूरों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इनके शव फैक्टरी के प्रांगण में बिखर गए। दो घायलों ने अस्पताल ले जाए जाते समय दम तोड़ दिया। जबकि एक की अस्पताल में मृत्यु हो गई।
धमाका सुनकर आसपास के लोगों ने समझा कि किसी फैक्टरी का बॉयलर फटा है। इसी की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने बताया कि फैक्टरी मेरठ निवासी दिलशाद की है। उसने हापुड़ के वसीम को किराये पर दे रखा था। वसीम ही पटाखे बनवा रहा था। उसकी गाड़ी मौके पर मिली है।
Factory Blast – अवैध तरीके से चल रही पटाखा फैक्टरी में हुआ धमाका, 12 मजदूरों की मौके पर हुई मौत।
