उधमपुर जिले में मजालता के जंगली इलाके में सोमवार शाम सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में एक आतंकी को मार गिराया। इस दौरान पुलिस के एसओजी के एक जवान के गंभीर घायल होने की सूचना है। अंधेरा होने के चलते देर रात गोलीबारी तो थमी लेकिन सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर रखा है। जम्मू जोन के आईजी भीमसेन टूटी ने मुठभेड़ की पुष्टि की है। हालांकि, मारे गए आतंकी के बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मजालता के सोआन-मारता क्षेत्र के जंगल में सुरक्षाबलों को आतंकी होने के इनपुट मिले थे। खबर थी कि आतंकी कई दिन से एक घर में जबरन घुसकर खाना खा जाते थे। इसके आधार पर पुलिस के एसओजी ने सेना और सीआरपीएफ के जवानों के साथ चिह्नित इलाके में तलाशी अभियान चलाया। आतंकी एक ठिकाने पर छिपे थे। सुरक्षाबलों ने उसे जिंदा पकड़ने या मार गिराने के लिए घेरा कड़ा किया। खुद को घिरा देख आतंकियों ने भाग निकलने के लिए गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने इस पर जवाबी कार्रवाई। इसमें एक आतंकी के मारे जाने की सूचना है। देर रात तक शव बरामद नहीं किया जा सका था। इस बीच, गोली लगने से एसओजी का एक जवान घायल होने की बात कही जा रही है।
आईजी ने कहा कि पुलिस के एसओजी की टीम सेना और सीआरपीएफ के साथ मिलकर आतंकियों के सफाए पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि घेराबंदी को मजबूत करने और आतंकवादियों को खत्म करने के लिए इलाके में और भी सुरक्षाबल भेजे गए हैं। साथ ही आतंकवादियों को भागने से रोकने के लिए सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं।
कई दिनों से परिवार को कर रहे थे परेशान
सूत्रों ने बताया कि गांव के एक घर में कुछ संदिग्ध जबरदस्ती घुस रहे थे। ये संदिग्ध परिवार को बंधक बनाकर खाना खाते और इसे पैक करार भी अपने साथ ले जाते थे। पिछले कई दिनों से ये संदिग्ध परेशान कर रहे थे। इसकी सूचना पुलिस को दी गई थी। इसके बाद सुरक्षाबलों के साथ मिलकर एक दिन पहले ही घर के बाहर घेराबंदी शुरू कर दी गई थी। सोमवार को एक बार फिर संदिग्ध उस घर में पहुंचे। इसी दौरान मुठभेड़ हो गई।
पिछले साल भी इसी क्षेत्र में दिखे थे आतंकी
पिछले साल भी इसी इलाके के मोटो गांव के पास भी आतंकी दिखे थे। तब भी सुरक्षाबलों ने आतंकियों को घेरा था लेकिन घना जंगल होने के चलते आतंकी भाग निकले थे। इस क्षेत्र की सीमा कठुआ और सांबा जिले से लगती है। जंगल दोनों जिलों में फैला है और इस क्षेत्र में पहले भी संदिग्ध देखे जाते रहे हैं।









