बुरहानपुर –
बुरहानपुर के नेपानगर की बीजेपी विधायक सुमित्रा कास्डेकर व्दारा कथित रूप से निर्वाचन आयोग को विधानसभा उपचुनाव 2020 में गलत जन्म तारिख व गलत शैक्षणिक योग्यता की जानकारी दिए जाने के मामले में बुरहानपुर कोर्ट ने पुलिस को मामले की जांच कर एफआईआर करने के निर्देश दिए है
इसके बाद मामले ने सियासी तुल पकड लिया है नेपानगर क्षेत्र से लेकर बुरहानपुर जिला मुख्यालय पर कांग्रेसियों ने विधायक सुमित्रा कास्डेकर के खिलाफ प्रदर्शन किया और सुमित्रा कास्डेकर के खिलाफ अविलंब एफआईआर दर्ज कर उनकी विधायिकी समाप्त करने की मांग की साथ ही मप्र में अन्य आरोपियों की तरह उनका भी दुकान मकान तोडने की मांग की गई इधर बीजेपी जिलाध्यक्ष मनोज लधवे ने अपनी विधायक का बचाव करते हुए कहा विधायक सुमित्रा कास्डेकर व्दारा निर्वाचन आयोग में दिए गए दस्तावेज सही है निचली अदालत के फैसले को सक्षम न्यायालय में चुनौती देंगे
इधर बुरहानपुर एसपी राहुल कुमार ने भी साफ किया है कोर्ट से आदेश मिला है जिसकी जांच कर एक महीने में रिपोर्ट कोर्ट को दी जाएगी
गैस एजेंसी लेने और चुनाव आयोग को अलग-अलग जानकारी देने के मामले में नेपानगर विधायक सुमित्रा कास्डेकर के खिलाफ कांग्रेस नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है। शनिवार शाम नगर और ग्रामीण कांग्रेस कमेटी की ओर से एसपी के नाम एक ज्ञापन एएसपी अंतर सिंह कनेश को सौंपकर कोर्ट के आदेशानुसार विधायक पर तुरंत FIR दर्ज करने की मांग की गई।
वहीं कांग्रेस नेताओं ने कहा- जिस तरह अपराधियों पर सीएम का बोलडोजर चलता है। उसी तरह विधायक का मकान भी बुलडोजर चलाकर तोड़ना चाहिए। ज्ञापन में कहा गया कि बीते दिन न्यायालय ने फर्जी दस्तावेज और उसमें कूटरचित कर चुनाव लड़ने के मामले में विधायक के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया है इसलिए आदेश का पालन करते हुए विधायक पर तुरंत केस दर्ज करना चाहिए।
आदर्श प्रस्तुत किया जाए
कांग्रेस जिलाध्यक्ष अजय सिंह रघुवंशी ने कहा – मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को विधायक का मकान, दुकान तोड़कर एक आदर्श प्रस्तुत करना चाहिए। इस दौरान ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष किशोर महाजन, पूर्व निगम अध्यक्ष गौरी शर्मा, रामकिशन पटेल, अंतर सिंग बर्डे, अजय उदासीन, उबैद उल्ला, दिनेश शर्मा, सरिता भगत सहित अन्य कांग्रेस नेता मौजूद थे।