
कोरोना- अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन पाए गए कोरोना संक्रमित, क्या फिर आ गया कोई नया वैरिएंट
दुनिया के कई देशों में एक बार फिर से कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों में उछाल देखा जा रहा है। हालिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। लास वेगास में एक सम्मेलन में भाषण से पहले उनका कोविड टेस्ट किया गया, जिसमें वह संक्रमित पाए गए। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने इस बारे में जानकारी दी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक राष्ट्रपति में संक्रमण के हल्के लक्षण हैं और एहतियातन वह सेल्फ-आइसोलेशन में हैं। संक्रमण की पुष्टि का बाद उनके आगामी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है।
इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद सवाल उठने लगे हैं कि क्या कोरोना फिर से बढ़ रहा है? क्या वायरस का कोई नया वैरिएंट सामने आया है? आइए इस बारे में समझते हैं।
कैसी है राष्ट्रपति की सेहत?
राष्ट्रपति के चिकित्सक डॉ. केविन ओ’कॉनर ने स्वास्थ्य की जानकारी देते हुए बताया, बुधवार (17 जुलाई) को दोपहर में उनमें श्वसन संबंधी लक्षण दिखाई दिए। उन्हें सामान्य अस्वस्थता के साथ बहती नाक और खांसी की समस्या थी। बाइडन में फिलहाल कोरोना के हल्के लक्षण हैं। उनकी श्वसन दर सामान्य है, तापमान 97.8 है और पल्स ऑक्सीमीटर रिपोर्ट 97% पर सामान्य है।
राष्ट्रपति को पैक्सलोविड की खुराक दी गई है, ये कोविड-19 में डॉक्टर की सलाह पर दी जाने वाली ओरल एंटीवायरल गोली है।
यूएस-यूके में सामने आ रहे हैं नए वैरिएंट्स
गौरतलब है कि अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम सहित कई देशों में पिछले कुछ महीनों से कोरोना के मामले धीमी रफ्तार से ही सही, लेकिन बढ़ते हुए रिपोर्ट किए जा रहे हैं। कुछ अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जाता रहा है कि गर्मियों की शुरुआत ने कोविड-19 के फिर से उभरने की आशंकाओं को जन्म दे दिया है।
कोविड-19 रोग का कारण बनने वाला कोरोनावायरस लगातार उत्परिवर्तित हो रहा है। यूएस रिपोर्ट्स में FLiRT नामक वैरिएंट के एक समूह को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चिंता जताई है। इसके अलावा कुछ स्थानों पर LB.1 वैरिएंट के भी मामले सामने आए थे जिसमें FLiRT की तुलना में एक अतिरिक्त उत्परिवर्तन देखा गया था।
65 वर्ष से अधिक वालों को बूस्टर डोज की सलाह
कोरोना के नए वैरिएंट्स के कारण बढ़ते खतरे को देखते हुए यू.एस. रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने सिफारिश की है कि 65 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों को सुरक्षात्मक तौर पर एक और वैक्सीन लगवानी चाहिए। सामने आ रहे नए वैरिएंट्स की प्रकृति पुराने वैक्सीन फॉर्मूले को चकमा देने वाली देखी जा रही है।
इससे पहले सीडीसी ने फरवरी में कोविड-19 के अपडेट किए गए दिशा-निर्देश जारी करते हुए 65 वर्ष से अधिक आयु के लोगों से आग्रह किया था कि अपने आखिरी टीके के चार महीने बाद एक बूस्टर डोज जरूर ले लें।