आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू रामनगरी अयोध्या पहुंचे। महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्त और डीएम निखिल टीकाराम फुंडे ने उनका स्वागत किया। यहां से वह राम मंदिर के लिए रवाना हुए।

राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के दर्शन और पूजन किया। राम मंदिर के प्रतिष्ठा द्वादशी के मौके पर आयोजित धार्मिक अनुष्ठान में भी सहभागी बने। इसके साथ ही सप्त ऋषि मंदिर में भी दर्शन-पूजन किया। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर पहुंचकर चंद्रबाबू नायडू यज्ञशाला में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ पर हो रहे अनुष्ठान में भाग लिया। इस दौरान वैदिक आचार्यों ने विभिन्न अनुष्ठान कराए।
श्रीरामलला और राम दरबार के दर्शन करने के साथ उन्होंने जन्मभूमि परिसर का भ्रमण कर संपूर्ण निर्माण को उत्सुकता से निहारा। इस दौरान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने उन्हें मंदिर के निर्माण कार्यों की विशेषता के बारे में बताया। राम मंदिर परिसर की भव्यता को देखकर मुख्यमंत्री नायडू अभिभूत हो गए।
मंदिर परिसर में भ्रमण के दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं का अभिवादन किया। इस दौरान प्रदेश की योगी सरकार के प्रतिनिधि के रूप में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के अलावा राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र और मंदिर निर्माण प्रभारी गोपाल राव समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि रामराज्य किसी भी सरकार के लिए बेंचमार्क है। मैं उन सभी लोगों की तारीफ करता हूं, जिन्होंने श्री राम जन्मभूमि मंदिर को बनाने में मदद की। यह भारत के लिए एक आध्यात्मिक हब होगा। अयोध्या मंदिर आध्यात्मिक महत्व बढ़ाने में बहुत जरूरी रोल निभाने वाला है। मुझे अच्छे दर्शन हुए। मैं यूपी सरकार को धन्यवाद देता हूं।
उन्होंने आगे कहा कि यूपी बहुत अच्छा कर रहा है। यदि यूपी और बिहार डेवलप होते हैं, तभी हम ‘विकसित भारत 2047’ हासिल कर सकते हैं। यूपी के मुख्यमंत्री बहुत अच्छा कर रहे हैं। मैं उन्हें बधाई देता हूं। अगले दो साल में यह मंदिर दूसरे मंदिरों के लिए बेंचमार्क होगा।







