भारतीय समय के अनुसार चंद्र ग्रहण 16 मई की सुबह 8 बजकर 58 मिनट से आरंभ हो जाएगा। भारत में इस चंद्र ग्रहण को नहीं देखा जा सकेगा जिस कारण से इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्र ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है।
धार्मिक नजरिए से ग्रहण की घटना को शुभ नहीं माना जाता है इसलिए ग्रहण के दौरान कुछ सावधानियां बरती जाती है। आइए जानते हैं इस चंद्र ग्रहण के दौरान क्या-क्या करें।
– ग्रहण काल का समय अच्छा न होने के कारण इस दौरान आस पास के वातावरण में नकारात्मक ऊर्जाओं का प्रभाव बढ़ जाता है इस वजह से अपने इष्ट देव का स्मरण करें और मंत्रों का जाप करना चाहिए।
– ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं का खास ध्यान रखना चाहिए। इसमें जब तक ग्रहण समाप्ति नहीं हो जाता कुछ भी खाना या पीना नहीं चाहिए।
– ग्रहण के दौरान मंदिरों के पट को बंद करना देना चाहिए।
– ग्रहण के दौरान खाना तो पकाना चाहिए और न ही खाना चाहिए।
– किचन में रखे हुए भोजन में तुलसी के पत्ते जरूर डालना चाहिए।
– ग्रहण के समाप्त होने पर पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए।
उपच्छाया से पहला स्पर्श – 07:02 AM
प्रच्छाया से पहला स्पर्श – 07:58 AM
खग्रास प्रारम्भ – 08:59 AM
परमग्रास चन्द्र ग्रहण – 09:41 AM
खग्रास समाप्त – 10:23 AM
प्रच्छाया से अन्तिम स्पर्श – 11:24 AM
उपच्छाया से अन्तिम स्पर्श – 12:20 AM
खग्रास की अवधि – 01 घण्टा 24 मिनट
खण्डग्रास की अवधि – 03 घण्टे 26 मिनट
उपच्छाया की अवधि – 05 घण्टे 17 मिनट