एसएसपी के आदेश के बाद शुक्रवार को गोसाईगंज पुलिस ने स्टाफ नर्स वंदना व उसके पति सुरेश तिवारी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर गोसाईगंज थाने की पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है
अयोध्या-खुद को डाक्टर बताकर गर्भवती महिला का अपने सरकारी आवास में प्रसव कराने वाली स्टाफ नर्स व उसके पति के खिलाफ एक वर्ष के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर गोसाईगंज थाने की पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। मामले में स्टाफ नर्स को पहले ही निलंबित किया गया था लेकिन उसके रसूख के कारण केस नहीं दर्ज हुआ था। गोसाईगंज के अंसार नगर निवासी शादाब की पत्नी रफ्तनिशा गर्भवती थी। वह चिकित्सक को दिखाने के लिए 15 जुलाई 2021 को गोसाईगंज सीएचसी लाया था। वहां उसकी मुलाकात सुरेश तिवारी से हुआ सुरेश ने उसे बताया कि उसकी पत्नी वन्दना पाण्डेय चिकित्सक हैं दिखा देते हैं। 31 जुलाई को प्रसव पीड़ा पर शादाब पत्नी को सीएचसी लाया। आरोप है कि स्टाफ नर्स ने सरकारी आवास बुलाया और पांच हजार रुपए वसूल किए। इसके बाद वहां प्रसव कराया। प्रसव में लापरवाही बरती जिससे पत्नी की हालत बिगड़ गयी। जिसके इलाज में करीब दो लाख रुपये खर्च हो गए। शिकायत जब वंदना व उसके पति से की गई तो उन्होंने जान से मार देने की धमकी दी।
इस मामले की जब शिकायत सीएमओ व अपर निदेशक से की गई तो वंदना को निलम्बित कर दिया गया। केस दर्ज कराने के लिए शादाब ने भरसक प्रयास किया लेकिन उसकी सुनवाई नही हुई। तब जाकर उसने एसएसपी से गुहार लगाई। एसएसपी के आदेश के बाद शुक्रवार को गोसाईगंज पुलिस ने स्टाफ नर्स वंदना व उसके पति सुरेश तिवारी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ।