स्वधारिणी कार्यक्रम के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवा कार्य करने वाली 11 महिलाओं को किया गया सम्मानित।।।
रायपुर-
हर संभव फाउंडेशन एवं इनरव्हील क्लब रायपुर ग्रेटर के संयुक्त तत्वाधान में महिला सम्मान समारोह का कार्यक्रम वृंदावन हॉल में आयोजित किया गया जिस के विशिष्ट अतिथि आरिफ शेख आईपीएस आईजी रायपुर एवं प्रमोद दुबे नगर निगम अध्यक्ष डॉ. नीता कवर रहीं.. कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवा कार्य करने वाले महिलाओं को सम्मानित किया गया हरसंभव फाउंडेशन की अध्यक्ष पुष्पलता त्रिपाठी सीमा छाबड़ा नीलू वर्मा प्रीति मिश्रा एवं इनरव्हील क्लब रायपुर ग्रेटर के अध्यक्ष साक्षी जैन पूजा जैन एवं सुषमा अग्रवाल ( project co – ordinator ) एवं मधु अरोरा प्रेसिडेंट चेंबर ऑफ कॉमर्स लेडीज विंग छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य सभी सम्मानित महिलाओं के परिजन एवं संस्था के पदाधिकारी अन्य सदस्यों उपस्थिति रहें।।।
मुख्य अतिथि पूर्व महापौर प्रमोद दुबे ने सभी महिलाओं को शुभकामनाएं दी एवं महिलाओं को सम्मानित किया ,,
एवं विशिष्ट अतिथि आईपीएस आईजी आरिफ शेख ने सभी महिलाओं को शुभकामनाएं दी एवं कहा कि महिलाएं सभी क्षेत्र में आगे हैं इसलिए आज उन्हें पुरस्कृत किया जा रहा है सभी महिलाओं को आगे आकर अपना अलग वजूद बनाना चाहिएं एवं सभी महिलाएं किसी भी परिस्थिति में पुलिस प्रशासन की सहायता ले सकती हैं प्रशासन हमेशा उनके लिए तत्पर है ।।।
डॉक्टर नीता कंवर ने कहां की महिलाएं निरंतर अपने परिवार की सेवा में लगी रहती हैं जोकि बहुत सम्मानीय है किंतु वह सभी का ख्याल रखते रखते अपना स्वयं का ध्यान रखना भूल जाती हैं और छोटी-छोटी बीमारियों को यह समस्याओं को अनदेखा करती हैं जिससे कि आगे उन्हें कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है उन्होंने कहा कि महिलाएं पहले स्वयं का ध्यान रखें ताकि वह स्वस्थ रहेंगे तभी वह अपने परिवार को और बेहतर रूप से सहेज कर रख पाएंगे हम सभी महिलाओं को यही संदेश देंगे कि वह श्रेष्ठ हैं और सम्मानीय हैं वह परिवार में पहले पूरे परिवार को खाना खिलाते हैं फिर स्वयं खाती हैं किंतु पहले वह स्वयं अपना ध्यान रखें ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की समस्याओं का सामना करना ना पड़े।।
हर संभव फाउंडेशन की अध्यक्ष पुष्प लता त्रिपाठी ने सभी महिलाओं को सम्मानित किया और कहा कि आज भी समाज में पढ़ी लिखी महिलाएं भी उत्पीड़न का शिकार हो रही हैं और पारिवारिक हिंसा से जूझ रही हैं अगर किसी भी महिला के साथ किसी भी प्रकार की पारिवारिक हिंसा होती है तो वह अपने पैर पर खड़े होकर अपना एक अलग वजूद बना सकती हैं और समाज में अच्छे कार्य करके अपना आत्मसम्मान और अपने जीवन को सुचारू रूप से व्यतीत कर सकती हैं उन्होंने कहा कि अगर कोई भी महिला पारिवारिक हिंसा से जूझ रही है तो वह आगे आए और अपने हक के लिए लड़े एवं समाज में एक अच्छा वर्चस्व स्थापित करें।। क्योंकि समाज में हर एक उस महिला का सम्मान होता है समाज में एक अकेली महिला की भी उतनी ही इज्जत है जितनी कि एक पारिवारिक महिला की इज्जत है अगर वह सम्मान पूर्वक समाज में कार्य करती है या अपना जीवन व्यतीत करती है।।। स्वधारिणी कार्यक्रम में विशिष्ट 11 महिलाओं एवं अन्य महिलाओं को भी सम्मानित किया गया जो अपने अपने क्षेत्र में समाज हित के लिए कार्य करती हैं।।।