मध्य प्रदेश के खरगोन और बडवानी में रामनवमी के जुलूस पर पथराव की घटना को लेकर सरकार ने सख्ती कर दी है। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को कहा कि जिस-जिस घर से पत्थर आए, उन्हें पत्थर का ढेर बना दिया जाएगा। इसमें देर नहीं होगी। यह एक्शन सोमवार को ही दिख जाएगा। गृह मंत्री के ऐसा कहने के कुछ ही घंटों बाद 5 बुलडोजर मोहन टॉकीज इलाके में पहुंच गए। करीब 50 मकानों को चिह्नित कर अतिक्रमण हटाने की मुहिम शुरू की गई। इंदौर कमिश्नर के मुताबिक अब तक 84 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
गृहमंत्री ने कहा- जिस घर से पत्थर आए, उसे पत्थर का ढेर बनाएंगे
इससे पहले गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि वर्तमान में खरगोन में शांति है। पर्याप्त पुलिस बल मौजूद है। कर्फ्यू लगा हुआ है। लगातार दंगाइयों को चिह्नित किया जा रहा है। जिस-जिस घर से पत्थर आए है, उस घर को पत्थर का ढेर बनाएंगे। इस मामले में सरकार पूरी तरह से सख्त है। प्रदेश में शांति व्यवस्था बिगाड़ने का किसी को कोई अधिकार नहीं है। हम न ही किसी को बिगाड़ने देंगे। खुरगोन में रविवार शाम को रामनवमी के जुलूस पर पथराव हुआ था। इस घटना में पुलिसकर्मी समेत 24 से ज्यादा लोग घायल हुए। घटना के बाद संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनात किया गया है। अभी खरगोन में कर्फ्यू लगाया गया है। इसके अलावा बड़वानी के सेंधवा में जुलूस पर पथराव की घटना हुई।
मिश्रा ने कहा कि मध्य प्रदेश का सांप्रदायिक वातावरण किसी को बिगाड़ने नहीं देंगे। कुछ लोग चुनाव की हार से आहत है। अभी पांच राज्यों के परिणाम से आहत हुए हैं। वह पीछे से सुलगाने का काम करते हैं। वह प्रदेश का सुख-चैन बिगाड़ना चाहते है। इन परिणामों से भी उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि देश क्या चाहता है। देश किस दिशा में जाना चाहता है, इस वजह से ऐसे लोगों के मंसूबे हम पूरे नहीं होने देंगे।
84 गिरफ्तार, 50 स्थान चिह्नित
इंदौर के संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा ने बताया कि हम लोग रविवार रात से ही खरगोन में हैं। 84 आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है। राज्य सरकार की दंगा और उपद्रव मामलों में जीरो टॉलरेंस पॉलिसी है। आरोपियों की आर्थिक कमर तोड़ने के लिए हमने करीब 50 स्थानों को चिह्नित किया है, जहां बुलडोजर चलाया जाएगा। इसके अलावा सरकारी और निजी संपत्ति को जो नुकसान पहुंचा है, उसकी भरपाई भी इन आरोपियों से की जाएगी। खसखस बाड़ी और मोहन टॉकीज के साथ ही आनंद नगर के पीछे के कुछ स्थानों को चिह्नित किया गया है।
4 सरकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई
डॉ. शर्मा ने बताया कि चार सरकारी कर्मचारियों पर अफवाहें फैलाने और हिंसा में शामिल होने के आरोप थे। इनमें से तीन दैनिक वेतनभोगी हैं और एक नियमित। नियमित कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, तीन दैनिक वेतनभोगियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है।