शहीद कमल देव की पार्थिव देह हमीरपुर में पैतृक गांव पहुंचते ही जब तक सूरज चांद रहेगा शहीद कमल का नाम रहेगा और देखो देखो कौन आया शेर आया शेर आया के नारे लगे। पार्थिव देह घर पर पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया। शहीद का मोक्ष धाम में अंतिम संस्कार होगा। ताबूत के भीतर शहीद कमल देव को दूल्हे के कपड़े भेंट किए गए। अविवाहित होने के चलते परिजनों ने शादी की रस्में निभाई । भोरंज की विधायक एवं उप मुख्य सचेतक कमलेश कुमारी ने शहीद को श्रद्धांजलि दी। उपायुक्त देवश्वेता बनिक, पुलिस अधीक्षक, एसडीएम भी मौके पर मौजूद रहे। गौरतलब है कि शनिवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के मनकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा के समीप बारूदी सुरंग फटने से हमीरपुर का जवान शहीद हो गया था। कमल छह साल पहले भारतीय सेना की 15 डोगरा रेजिमेंट में भर्ती हुए थे। इसी साल अप्रैल में वह घर पर छुट्टियां काटने के बाद वापस अपनी बटालियन में गए थे। कमल की तीन माह बाद अक्तूबर में शादी होनी थी। माता-पिता बेटे के सिर पर सेहरा भी नहीं सजा सके। शहीद कमलदेव अपने पीछे माता-पिता, बड़ा भाई और दो बहनें छोड़ गए हैं।
हिमाचल : शहीद का पार्थिव शरीर घर पहुंचा तो लोगों ने लगाए नारे, देखो देखो कौन आया शेर आया शेर आया।
