अक्षय तृतीया एवं भगवान परशुराम के प्रकटोत्सव पर श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि और अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेमगिरि के नेतृत्व में नागा संन्यासियों ने गंगा स्नान किया। नागा संन्यासियों ने कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए श्री आनंद भैरव घाट पर सांकेतिक रूप से गंगा में डुबकी लगाई।
गंगा स्नान के बाद भगवान दत्तात्रेय श्रीआनंद भैरव और महामाया माता मायादेवी की नागा संन्यासियों ने पूजा-अर्चना व परिक्रमा की। भगवान दत्तात्रेय की चरणपादुका पर ओकांर उठाने और पूजा अर्चना के साथ ही कुंभ 2021 के विधिवत समापन की घोषणा हुई।
कोविड के कारण साधु संतों ने पूरे नियमों के साथ शाही स्नान किया। विपरीत परिस्थितियों में कुंभ मेला का समापन कराने में अखाड़ा परिषद, अखाड़ों के साथ पदाधिकारियों के साथ मेला प्रशासन व पुलिस का योगदान सराहनीय रहा। वैश्विक महामारी के खात्मे के लिए जूना अखाड़े में लगातार अध्यात्मिक अनुष्ठान किए जाते रहेंगे।