शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले… वतन पर मिटने वालों का यही बाकी निशा होगा… जी हां ऐसा ही मेला कल शाम देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत सहित उन सभी शहीदों की याद में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा आहूत किया गया … आशीर्वाद वाटिका डोईवाला में आयोजित “एक शाम शहीदों के नाम”कार्यक्रम मे देश के अलग-अलग हिस्से से आए राष्ट्रभक्ति और वीर रस के कवियों ने अपनी कविताओं से ऐसा समा बांधा कि पूरा हॉल देशभक्ति मे डूब गया .. पूर्व सैनिकों, महिलाओं और युवाओं से खचाखच भरे हॉल में हिंदुस्तान की सेना और अमर शहीदों की याद में जयकारे लगने लगे देश के प्रसिद्ध वीर रस के कवि हरिओम पवार सहित मंच पर मौजूद सभी कवियों ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड की धरती पर काव्य पाठ करने का सौभाग्य हर किसी को नसीब नहीं होता लखनऊ के युवा कवि प्रख्यात मिश्रा ने वीर रस की कविताओं से मौजूद दर्शकों को जोश और जुनून से भर दिया तो वही डॉ हरिओम पवार की सैनिकों के शहीद होने पर उनकी शहादत और वीरांगनाओं को सेल्यूट करती कविता …जब गीली मेहंदी रोई होगी छुप के घर के कोने में… ताजा काजल छूटा होगा चुपके -चुपके रोने में सुनकर हॉल में मौजूद दर्शक भावना में बहने लगे… डॉक्टर हरिओम पवार नेकहा कि मैंने 30 साल लाल किले पर काव्य पाठ किया है मगर उन 30 सालों को मैं आज की शाम पर न्योछावर करता हूं और शुक्रिया अदा करता हूं उत्तराखंड के पूर्व यशस्वी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का जिन्होंने अपने जन्मदिन की पूर्व संध्या पर देश के प्रथम सीडियस जनरल बिपिन रावत सहित देश के उन सभी रणबांकुरों को याद करने का सौभाग्य दिया… कार्यक्रम में उपस्थित पूर्व सैनिकों और डोईवाला विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने पूर्व मुख्यमंत्री की शहीदों के सम्मान में आयोजित इस तरह की पहल का दिल से स्वागत किया
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मिटने वालों का यही बाकी निशा होगा ।।
