विवाहिता की संदिग्ध मौत के मामले में भी नहीं दर्ज कर रही है प्राथमिकी
अयोध्याकेंद्र व प्रदेश सरकार भले ही मिशन शक्ति को लेकर अनेकों अनेक कार्यक्रम चला रही है लेकिन अयोध्या जनपद के रौनाही पुलिस महिला संबंधी अपराध पर पूरी तरह से उदासीन बनी हुई है।
जिसका सीधा सा उदाहरण थाना क्षेत्र अंतर्गत देवरा कोट गांव में नवविवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में विवाहिता के पिता द्वारा हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर देकर मुकदमा कायम किए जाने की मांग किए जाने के बावजूद भी प्रभारी निरीक्षक द्वारा मुकदमा न दर्ज किया जाना है।
पीड़ित पिता अपनी बेटी के मामले में रौनाही पुलिस से इंसाफ की गुहार करते हुए थाने की चौखट पर एड़िया घिस रहा है किंतु प्रभारी निरीक्षक पसीजने का नाम नहीं ले रहे हैं और न ही मामले में घटना के 4 दिन बीत जाने के बावजूद भी मुकदमा दर्ज कर सके हैं।
बताते चलें कि इनायतनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत बारुन चौकी के तरमा गांव निवासी मनीराम ने अपनी बेटी विनीता की शादी लगभग 3 वर्ष पूर्व रौनाही थाना क्षेत्र के देवरा कोट गांव निवासी अजय कुमार पुत्र मंसाराम के साथ हिंदू रीति रिवाज के अनुसार किया था। शादी में विनीता के पिता का कहना है कि अपनी सामर्थ्य के मुताबिक दान दहेज भी दिया था। विवाहिता की पिता मनीराम का आरोप है कि शादी में ही उसके दामाद अजय कुमार द्वारा मोटरसाइकिल एवं नकदी की भी मांग की गई थी। गरीबी के चलते वह शादी में ज्यादा दान दहेज नहीं दे पाया था। बेटी के विदा होकर ससुराल जाने के बाद से उसके पति अजय कुमार ससुर मंसाराम एवं ननंद अनीता व सुनीता प्रताड़ित करने लगी थी। यह बात उसकी बेटी विनीता लगातार अपनी मां एवं बाप से बताती रहती थी। विवाहिता बिनीता के पिता मनीराम का आरोप है कि बीते 28 अगस्त की रात में उपरोक्त लोगों ने विनीता को उपरोक्त लोगों ने मार डाला और उसके शव को फंदे के सहारे फांसी पर लटका दिया और आत्महत्या का स्वरूप दे दिया। बेटी के मारे जाने की सूचना उनके ससुरारी जनों द्वारा नहीं दी गई थी।
विनीता की मौत की जानकारी ग्रामीणों द्वारा मनीराम को मिलने के बाद वह मौके पर पहुंचे थे जहां उन्होंने देखा था कि बेटी के शरीर पर तमाम चोट के निशान हैं। मामले में बीते 30 अगस्त को विनीता के पिता मनीराम ने रौनाही पुलिस को तहरीर देकर मामले में कार्यवाही की गुहार की लेकिन स्थानीय पुलिस हत्यारों के प्रभाव में आकर कार्यवाही से कतरा रही है
पीड़ित मनीराम का आरोप है कि वह लगातार थाने का चक्कर काट रहा है लेकिन थाने के प्रभारी निरीक्षक शमशेर बहादुर सिंह उसे गीता और रामायण का पाठ पढ़ा कर थाने से बैरंग वापस लौटा दे रहे हैं। इस प्रकार से जिले के रौनाही थाने के प्रभारी निरीक्षक द्वारा महिला संबंधी अपराध में भी कार्यवाही न किया जाना प्रदेश एवं केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे मिशन शक्ति को भी ठेंगा दिखा रहा है।*
रौनाही पुलिस मिशन शक्ति को लगा रही पलीता,विवाहिता का पिता थाने का लगा रहा चक्कर
