
राम मंदिर से जुड़ी बड़ी खबर: अब अकाउंटिंग सिस्टम संभालेगी TCS, अयोध्या में हुई बैठक में पास हुआ प्रस्ताव
ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने बताया कि राम मंदिर का अकाउंटिंग सिस्टम टीसीएस को सौंप दिया गया है. टीसीएस अपना डिजिटल सिस्टम तैयार कर रहा है. यह कार्य 2 महीने से चल रहा है.
अयोध्या राम मंदिर के अकाउंट का काम अब टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज देखेगी. राम मंदिर निर्माण समिति की बुधवार को हुई बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव पास हुआ और टीसीएस को यह जिम्मेदारी दी गई. इस बैठक में राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय समेत अन्य पदाधिकारी, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और लार्सन एंड टूब्रो के इंजीनियर्स शामिल हुए.
ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने बताया कि राम मंदिर का अकाउंटिंग सिस्टम टीसीएस को सौंप दिया गया है. टीसीएस अपना डिजिटल सिस्टम तैयार कर रहा है. यह कार्य 2 महीने से चल रहा है. माना जा रहा है कि दिसंबर तक अकाउंटिंग सिस्टम डिजिटल होते ही टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज राम मंदिर के अकाउंटिंग सिस्टम को मैनेज करने लगेगा.
ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने राम मंदिर निर्माण समिति की तीन दिवसीय बैठक में हुए अहम फैसलों के बारे में मीडिया को जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इस बैठक में मंदिर के अतिरिक्त परिसर में किस क्रम में निर्माण हो उस पर विचार किया गया है. पानी की कितनी खपत व वर्षा काल में पानी कहां जाएगा उस पर विचार किया गया है. कचरा व सीवेज ट्रीटमेंट प्लानिंग पर विचार किया गया है.
अब पूरे 70 एकड़ के राम जन्म भूमि परिसर को इको फ्रेंडली बनाया जाए इस पर निर्णय लिया गया है. राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक 18 अक्टूबर से चल रही थी जो 20 अक्टूबर को सर्किट हाउस में समाप्त हुई. ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र, विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा, आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा, निर्माण कंपनी लार्सन एंड टूब्रो व टाटा कंसल्टेंसी इंजीनियर्स के प्रतिनिधि शामिल हुए.