लालकुआं विधानसभा – 56 क्षेत्र के सम्मानित मतदाता हेतु , सम्मानित जनता से मधु चौबे की अपील।
1 – वर्ष 2009 पूरी बरेली रोड से भाजपा ने सर्वसम्मति से इनके बड़े भाई इंदर बिष्ट को जिला पंचायत प्रत्याशी के लिए तय किया ,पार्टी कार्यकर्ताओं में रायशुमारी के लिए आए वरिष्ठ पदाधिकारियों के सामने डॉ मोहन बिष्ट ने झगड़ा फसाद व गाली गलौज कर अपने बड़े भाई का टिकट रद्द करवा दिया।
2 – ये स्वयं UCDF का अध्यक्ष बनकर 6 साल भाजपा सरकार मैं दर्जा मंत्री रहे ,गाड़ी स्टाफ संपूर्ण सुविधाओं का उपयोग करते हुए इनके द्वारा जनहित के कितने कार्य किए गए यह आपको अच्छी तरह से याद होगा।
3- वर्ष 2014 जिला पंचायत की महिला सीट आरक्षित हो गई थी इन्होंने अपनी पत्नी की दावेदारी कर दी जबकि इनकी पत्नी पार्टी की सदस्य भी नहीं थी। उसके बाद सर्वसम्मति से भाजपा द्वारा मुझे प्रत्याशी बनाया गया इन्होंने मेरे साथ भी भितरघात किया ।
4- वर्ष 2017 में वर्तमान विधायक श्री नवीन दुम्का जी को टिकट मिलने पर इनके द्वारा अखबार में विज्ञापन देखकर खुलेआम विरोध किया गया।
5- वर्ष 2019 के जिला पंचायत के चुनाव में मोहन बिष्ट के बड़े भाई इंदर सिंह बिष्ट को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया तो यह अपने ही बड़े भाई के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ गए जिस कारण पार्टी द्वारा इन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया, ये फिर भाजपा में शामिल हुए और टिकट वितरण से 1 दिन पहले तक निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चे बांटकर अपना प्रचार कर रहे थे, निश्चित रूप से यदि भाजपा का टिकट किसी और को मिलता तो मोहन बिष्ट हर हालत में निर्दलीय चुनाव लड़ते, यह किस प्रकार की नैतिकता एवं अनुशासन की बात करते हैं।
6- डॉ मोहन बिष्ट की भाभी इंदर सिंह बिष्ट की पत्नी ने ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ा तो यह अपने 3 वोटों को लेकर मतदान के पूरे दिन गायब रहे।
7 – डॉ मोहन बिष्ट द्वारा अपने इस राजनीतिक सफर में कोई भी एक विकास का काम कोई भी एक संघर्ष अथवा किसी भी जनहित के मुद्दे का ज्ञापन लेकर सीएम, डीएम या क्षेत्रीय विधायक को दिया हो तो जनता को गिना दे।