बुरहानपुर / मध्य प्रदेश :कांग्रेस में नए जिलाध्यक्ष के लिए शुरू हुई रेस, दावेदारों के हुए इंटरव्यू..

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मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले मे
विधायक, पूर्व विधायक के रिश्तेदारों को पद नहीं दिए जाने की उठी मांग
बुरहानपुर(पॉलिटिकल रिपोर्टर) खंडवा लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद कांग्रेस आलाकमान ने खंडवा बुरहानपुर दोनों जिलों के अध्यक्षों को हटा दिया था अब नए अध्यक्ष नियुक्त करने को लेकर कवायद शुरू हो गई है अध्यक्ष पद के इच्छुक दावेदारों का इंटरव्यू लेने राष्ट्रीय सचिव व प्रदेश के सह प्रभारी सीपी मित्तल बुरहानपुर पहुंचे कार्यकर्ताओं ने यह मांग की कि अध्यक्ष पद का जिम्मा जमीनी कार्यकर्ताओं को दिया जाए विधायक या पूर्व विधायक के बेटे या भतीजे को इन पदों से नहीं नवाजा जाए वरना आने वाले दिनों में कांग्रेस को नुकसान उठाना पडेगा इस पर कांग्रेस के पर्यवेक्षक ने मीडिया को गोलमोल जवाब दिया
खंडवा लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी की जीत और कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी में शिकवे शिकायतों का दौर शुरू हुआ गौरतलब है खंडवा बुरहानपुर पूर्व पीसीसी चीफ अरूण यादव का गढ है पहले उन्हें टिकट मिलने वाला था लेकिन टिकट खंडवा के राजनारायण सिंह को मिला चुनाव परिणाम के बाद खंडवा बुरहानपुर दोनों जिलाध्यक्षों पर भीतरघात का आरोप लगा और पार्टी आला कमान ने दोनों जिलों के अध्यक्षों को हटा दिया एक महीने बाद इन दोनों जिलों में अध्यक्षों की नियुक्ती की कवायद शुरू हुई बुरहानपुर कांग्रेस जिलाध्यक्ष पद के लिए इच्छुक दावेदारों का इंटरव्यू लेने राष्ट्रीय सचिव व प्रदेश के सह प्रभारी सीपी मित्तल पहुंचे एक दावेदार दुर्गेश शर्मा जो कि कांग्रेस के संगठनों में पदाधिकारी रहा अपनी पीडा जाहिर करते हुए कहा अध्यक्ष पद के लिए जमीनी कार्यकर्ता को नियुक्त किया जाए न की किसी विधायक पूर्व विधायक के बेटे या भतीजे को नियुक्त किया जाए अगर ऐसा होता है तो कांग्रेस को आने वाले दिनों में नुकसान पहुंचेगा
दावेदारों की इस पीडा को मीडिया के कैमरे के सामने उजागर होने के बाद इस मसले पर पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सीपी मित्तल से पूछा गया तो उन्होने गोलमोल जवाब देते हुए मामला बीजेपी की तरफ डायवर्ट कर दिया उन्होने कहा वंशवाद परिवारवाद बीजेपी में है जबिक कांग्रेस में केवल एक ही परिवार है गांधी परिवार
अध्यक्ष पद की नियुक्त पर उन्होने साफ कहा अगर नेता का बेटा या रिश्तेदार पद के लिए योग्य है तो उसे अध्यक्ष बनाया जाएगा अगर अयोग्य है तो कितने बडे नेता का बेटा या रिश्तेदार हो नहीं बनाया जाएगा
दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष पद पर 18 साल से अरूण यादव समर्थक अजय सिंह रघुवंशी के हाथ में कमान थी अब दावेदारों में बुरहानपुर के निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा के भतीजे हर्षित ठाकुर पू्र्व विधायक हमीद काजी के पुत्र नूर काजी का नाम सामने आने से कांग्रेस की गुटबाजी के चलते अरूण यादव गुट के कार्यकर्ता इन दो नामों का विरोध कर रहे है उनका मतलब है अगला अध्यक्ष कोई भी बने अरूण यादव खेमे से बने

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