एक बार फिर कोरोना वायरस ने वैज्ञानिकों के होश उड़ा दिए हैं। इस बार वायरस ने ऐसा रुप बदला है कि दूसरी लहर में तबाही मचाने वाला डेल्टा वैरिएंट और भी अधिक आक्रामक नजर आ रहा है। देश के छह राज्यों में अब तक आठ सैंपल में पुष्टि हो चुकी है कि अभी तक बीटा वैरिएंट में मिलने वाला म्यूटेशन अब डेल्टा में भी जा पहुंचा है जिसे डेल्टा प्लस कहा जा रहा है।
वैज्ञानिकों ने इस म्यूटेशन की पहचान K417N के नाम से की है। यह B.1.617 (डेल्टा) वैरिएंट में मिला है। इसलिए इसे B.1.617.2.1 नाम भी दिया है। साथ ही इसे AY.1 के नाम से भी जाना जा रहा है।
जानकारी के अनुसार तमिलनाडु में सर्वाधिक तीन मरीजों में इसकी पहचान हुई है। इनके अलावा महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में एक-एक मरीज सामने आया है। जबकि दिल्ली, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और राजस्थान से पहुंचे सैंपल की सिक्वेसिंग का परिणाम आना अभी बाकी है।
अभी तक यह म्यूटेशन वैज्ञानिकों की नजरों में नहीं था क्योंकि भारत में जीनोम सिक्वेसिंग पर्याप्त मात्रा में नहीं की जा रही है। पांच अप्रैल से 15 मई के बीच पहुंचे सैंपल की जांच की गई तो एक नहीं बल्कि आठ सैंपल में नया म्यूटेशन मिला है। यह सभी सैंपल डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित थे।