पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में पंचायती चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद अब देश लॉकडाउन की ओर बढ़ने लगा है। रविवार को राष्ट्रीय टास्क फोर्स ने जहां दोबारा से दो सप्ताह के लिए राष्ट्रीय लॉकडाउन लगाने की सिफारिश की है। वहीं हरियाणा, ओड़िशा सहित कुछ राज्यों ने लॉकडाउन की घोषणा भी कर दी है।
दरअसल बीते पांच सप्ताह से देश कोरोना महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। हर दिन तेजी से फैलते संक्त्रस्मण ने अब तक अधिकांश राज्यों को अपनी चपेट में ले लिया है। 12 राज्यों में संक्रमण की स्थिति सबसे ज्यादा गंभीर है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ही अनुसार 150 जिलों में संक्रमण दर 15 फीसदी से भी ज्यादा है। जबकि 250 जिलों में संक्रमण दर 10 से 15 फीसदी के बीच है। ऐसे में इन इलाकों में एक सख्त लॉकडाउन की आवश्यकता है।
सप्ताह पहले भी राष्ट्रीय टास्क फोर्स ने सरकार से संक्रमण प्रभावित जिलों में लॉकडाउन की सिफारिश की थी लेकिन कहा जा रहा है कि पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के चलते इस पर विचार नहीं किया गया। अब एक बार फिर टास्क फोर्स ने कम से कम दो सप्ताह के लिए राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन लगाने की सिफारिश की है। इस टीम में नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया भी शामिल हैं जिन्होंने एक दिन पहले ही सख्त लॉकडाउन लगने की पैरवी भी की है।
2 सप्ताह पहले भी राष्ट्रीय टास्क फोर्स ने सरकार से संक्रमण प्रभावित जिलों में लॉकडाउन की सिफारिश की थी लेकिन कहा जा रहा है कि पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के चलते इस पर विचार नहीं किया गया। अब एक बार फिर टास्क फोर्स ने कम से कम दो सप्ताह के लिए राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन लगाने की सिफारिश की है। इस टीम में नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया भी शामिल हैं जिन्होंने एक दिन पहले ही सख्त लॉकडाउन लगने की पैरवी भी की है।