झांसी रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक जोगिंदर कुमार ने कोतवाली कालपी तथा क्षेत्राधिकारी ऑफिस का औचक निरीक्षण किया।इस दौरान उन्होंने अपराध संबंधित अभिलेखों का बारीकी से निरीक्षण करते हुए जिम्मेदार थानेदारों तथा कर्मचारियों के आवश्यक निर्देश देकर कमियों में सुधार लाने की हिदायत दी। उच्च अधिकारियों के साथ नावांतुक पुलिस अधीक्षक रवि कुमार प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
शनिवार को पूर्वाहन 11 बजे अपर पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह के साथ पुलिस उपमहानिरीक्षक कालपी कोतवाली में पहुंचे। इस दौरान मुंशियाने, अभिलेखीय कार्यालय तथा एवं बंदी गृह का घूम घूम कर निरीक्षण किया। ड्यूटी पर मौजूद हेड मोहर्रिरो कमल सिंह तथा संजय शर्मा से डीआईजी ने कई अभिलेखो तथा अपराध सम्बन्धित रजिस्टरो को देखा। पुलिस उपमहानिरीक्षक का अपराध नियंत्रण संबंधी अभिलेखों का निरीक्षण करने परज्यादा जोर रहा। क्रियाशील अपराधियों से संबंधित अभिलेख गहनता से देखें गये। इसी प्रकार रजिस्टर नंबर 4 तथा रजिस्टर नंबर आठ मे दर्ज सूची का निरीक्षण किया।रजिस्टर मे कई स्थानों में प्रविष्ट मे कमी होने पर डीआईजी ने कमियों को दूर कर ने निर्देश दिये।
प्रभारी निरीक्षक रूप कृष्ण त्रिपाठी ने अवगत कराया कि वर्तमान में 56 मुकदमों की विवेचना लंबित चल रही है। पुलिस उपमहानिरीक्षक ने सभी 4 चौकी इंचार्जो तथा सब इंस्पेक्टरों को अभिलेखों के साथ तलब किया। उप निरीक्षकों के पास मौजूद विवेचना की प्रगति को एक-एक करके देखी गई। डीआईजी ने विवेचनाओ को जल्द निस्तारित कर वांछित अपराधियों को पकड़ने के निर्देश दिए। कोतवाली के निरीक्षण के दौरान नव़ातुक पुलिस अधीक्षक रवि कुमार भी कोतवाली में पहुंच गए। क्षेत्राधिकारी वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, वरिष्ठ उपनिरीक्षक शीतला प्रसाद मिश्रा, हरिराम सिंह, अशोक कुमार सिंह, आलोक पाल आदि विभागीय स्टाफ मौजूद रहा। इसके उपरांत पुलिस उपमहानिरीक्षक, नांवातुक एसपी, एडिशनल एसपी, क्षेत्राधिकारी कालपी के कार्यालय में निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। इस दौरान डीआईजी ने सर्किल के सभी थानों कदौरा चुर्खी, आटा तथा कालपी थानों से संबंधित अभिलेखों का निरीक्षण किया एवं थानों में लंबित विवेचना को देखकर आवश्यक निर्देश दिए गए।