सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने का दावा सिर्फ हवा में ही रह गया
खराब सड़क के चलते हादसे का शिकार हो जाते हैं लोग
कदौरा से बेरी मार्ग पूरी तरह ध्वस्त
गुजरौरा ककरऊ करियापुर खरेठा बेरी पांच गांवों के लिए महत्वपूर्ण सड़क है कदौरा से बेरी मार्ग की दूरी 7 km दूरी है इसी लिए लोग बाजार जाने के लिए इसी सड़क का उपयोग करते है
वही अधिकारी भी सड़क की हालत से भलीभांति परिचय हैं फिर भी निर्माण कार्य की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है बार-बार मांग के बाद भी सड़क की दशा नहीं सुधरी
ग्रामीणों का कहना है कि पिछले साल 5 गांव की जनता ने वोट बहिष्कार किया था उसके बाद भी सड़क की समस्या को लेकर किसी ने ध्यान दिया
इस क्षेत्र के ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों से इस सड़क के सुधार करने की मांग की पर आज तक न तो सड़क सुधरी और ना ही ग्रामीण लोगों को सड़क से राहत मिली
यह इलाके की मेन सड़क है जो 5 गांव को जोड़ती है
मेन सड़क होने से यहां रोज हजारों लोगों का आना जाना लगा रहता है
कदौरा से बेरी मार्ग पूरी तरह जर्जर होने से ग्रामीणों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है
स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले रोड पूरी तरह ध्वस्त था और रोड में कई जगह बालू के डंप लगने से हालत और भी गंभीर हो गई हैं
सरकार ने बड़े-बड़े वादे जो किए
जहां एक तरफा योगी सरकार यह कहती थी कि उत्तर प्रदेश में 6 महीने के भीतर भीतर सारी सड़कें गड्ढा मुक्त होगी लेकिन यहां ऐसा कुछ नहीं हुआ सरकार के महेश वादे सिर्फ कागज तक ही सीमित रहें
देखा जाए तो बरसात में स्थिति और भी खतरनाक हो जाती है जब रोड में पानी भरा होने से लोगों को मजबूरन इसी सड़क से होकर गुजरना पड़ता है सड़क खराब होने की वजह से समझ नहीं पाते हैं कि कहां गड्ढा है और कहां सड़क जनता उसमें गिरकर दुर्घटना का शिकार बनते हैं
लोगों की मांग है कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों मिलकर जल्द से जल्द इस रोड का कार्य करवाएं ताकि लोग किसी दुर्घटना का शिकार ना हो सके