उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद आई आपदा में मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। शुक्रवार को गढ़वाल में लापता दो अन्य ट्रैकरों के शव मिल गए हैं। पांच ट्रैकरों के शव बृहस्पतिवार को मिल गए थे। सभी सातों शव शुक्रवार को निकाले गए। इसके अलावा बागेश्वर के पिंडारी ग्लेशियर में पांच लोगों के हताहत होने की सूचना है। इससे आपदा में जान गंवाने वालों की संख्या 75 पहुंच गई है। उधर, शुक्रवार को द्वाली में फंसे 42 में से 21 ट्रैकरों को सुरक्षित कपकोट पहुंचा दिया गया था। इनमें छह अमेरिकी नागरिक हैं। प्रशासन के अनुसार कफनी ग्लेशियर में 23 स्थानीय ग्रामीण हैं। सभी सुरक्षित बताए जा रहे हैं।
सचिवालय स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली सूचना के अनुसार, राज्य में आपदा से मरने वालों की संख्या 68 पहुंच गई है। बागेश्वर के कपकोट तहसील के अंतर्गत पिंडारी ग्लेशियर में 34 पर्यटक, कफली ग्लेशियर में 20 स्थानीय निवासी और सुंदरटुंगा ग्लेशियर ट्रैक पर 10 विदेशी पर्यटकों के फंसे होने सूचना मिली थी। इनमें कुल 58 लोगों को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की ओर से हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर लिया गया। शेष छह पर्यटकों में से पांच हताहत और एक लापता बताया जा रहा है।
इसके अलावा उत्तरकाशी के आईटीबीपी वाहिनी के बॉर्डर क्षेत्र नीलापानी में अग्रिम चौकी नागा से एसआरपी के दौरान मौसम खराब होने के दौरान बर्फबारी में जो दल बिछड़ गए थे, उनमें से सात व्यक्तियों की मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हैं। इसके अलावा 17 सदस्यीय एक और ट्रैकिंग दल हर्षिल उत्तरकाशी से लमखागा पास ट्रैक पर गया था। इनमें से छह पोर्टर हिमाचल प्रदेश के रानी कांडा तक सुरक्षित पहुंच गए हैं। ट्रैकिंग दल के 11 सदस्य 17 अक्तूबर से लापता है। अब दल की लोकेशन हिमाचल प्रदेश के आस-पास बताई जा रही है।
उत्तराखंड आपदा : राज्य में आई आपदा में मृतकों की संख्या पहुंची 75 ।
