
आज सावन के आखिरी सोमवार के दिन शिवालयों में शिवभक्त श्रद्धालुओं का ताता लगा हुआ है । भोर से ही श्रद्धालु शिवालयों में बाबा के अभिषेक करने के लिए कतार में लगे हुए है । खास कर भगवान श्री राम के पुत्र कुश द्वारा स्थापित नागेश्वरनाथ मंदिर और महाराजा मान्धाता द्वारा स्थापित क्षीरस्वर नाथ मंदिर में शिवभक्त अपने आराध्य का अभिषेक करने के लिए पहुचे हुए है । रामलला के नजदीक क्षीरेश्वरनाथ मंदिर में शिव भक्त और भोर 4 बजे से सरयू जल के साथ अभिषेक करने के लिए पहुंचे हुए हैं। मान्यता है कि भगवान राम के पूर्वज महाराजा मांधाता ने क्षीरेश्वर नाथ मंदिर की स्थापना की थी। यहां पर महाराजा दशरथ ने भगवान राम को पुत्र रूप में प्राप्त करने के लिए भगवान शिव की दूध से अभिषेक किया था। उस समय दूध की ऐसी धारा बही की दूध का सागर ही बन गया था। तभी से इस शिवलिंग को क्षीरस्वर नाथ के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि यहां भी जो सरयू जल से अभिषेक करते हैं उनकी सभी मनोकामना पूर्ण होती है। ऐसे में आज सावन के आखिरी सोमवार में शिवभक्त श्रद्धालु अपने आराध्य को प्रसन्न करने के लिए सरयू जल के साथ अभिषेक कर रहे हैं ।