चाहें सड़कों का चौड़ीकरण हो या नई आधुनिक अयोध्या के निर्माण के लिये बनाये गये अन्य स्थलों का विस्तारीकरण। ऐसे में तमाम रिहायशी कालोनियां,साधू संतों के घर और व्यापारिक प्रतिष्ठान भी इस दायरे में आ रहें हैं।ऐसी तमाम जगहों पर निवास करने वाले कालोनी वासी,साधू संत व व्यापारी सभी इसका विरोध कर रहे हैं।अयोध्या के संतों द्वारा विस्तारीकरण को लेकर राजकुमार दास के नेतृत्व में कल मुख्यमंत्री के अयोध्या दौरे के दौरान ज्ञापन भी सौंपा था।आज इसी क्रम में अयोध्या के जिलाधिकारी नीतिश कुमार ने संतो और अयोध्या विसियों के कलेक्ट्रेट में बैठक की ।लगभग एक घंटे झादा चली बैठक के बाद अयोध्या के संतों ने कहा कि जिलाधिकारी के साथ बैठक सकारात्मक रही उन्होंने कहा कि किसी को भी बेघर किये बिना अयोध्या का विकास किया जायेगा।सारे मामले के निस्तारीकरण को लेकर दीपावली के बाद का उन्होंने समय दिया है। अयोध्या के संतों और निवासियों का कहना है कि अयोध्या का विस्तार हो यह अच्छी बात है पर हम लोगों को बेघर करके न किया जाये।हलांकि उन्होंने राजस्व विभाग को जिम्मेदार ठहराते हुये कहा कि हमारे राजस्व विभाग ने वर्षों पूर्व किये गये हमारे बैनामे को नियम विरुद्व तरीके से खारिज करते हुये पूरे क्षेत्र को बलुआ और जलाशय दर्ज कर दिया गया ।
अयोध्या : रामनगरी में विकास कार्य जोरों पर..
