रायपुर / छत्तीसगढ़
दरिंदगी की हदों को पार कर छत्तीसगढ़ बलात्कार के मामले में आगे पुलिस प्रशासन की ढिलाई से राजधानी हो रही है शर्मसार…
राजधानी में हो रहे दुष्कर्म के मामले से ही जनता में खासकर महिलाओं एवं बच्चियों में दहशत का माहौल है हाल ही में राजधानी में एक के बाद एक बलात्कार के केसों ने रायपुर में खलबली मचा दी है।। 5 साल की मासूम बच्ची के साथ रेप के केस एवं मल्टी लेवल पार्किंग में हुआ दुष्कर्म एवं गैंगरेप भी निरंतर बढ़ रहे ,,।।बलात्कार की केस में राजधानी महानगरों को भी पीछे छोड़ रही है इस प्रक्रिया में पुलिस प्रशासन की ढिलाई एहम भूमिका निभा रही है।। बालिक एवं नाबालिक बच्चियों के साथ बलात्कार के केस मानवता को शर्मिन्दा कर रहे हैं । बलात्कार के मामले में पीड़िता को जो तकलीफ आरोपी से होता है उससे कहीं ज्यादा पुलिस प्रशासन के रवैया से वह क्षतिग्रस्त हो जाती है कानून व्यवस्था इतनी कमजोर अनसुनी हो जाती है कि पीड़िता रिपोर्ट करने को भी सोचती है क्योंकि कई जगह पुलिस का रवैया बहुत ही दयनीय एवं संदेह जनक होता है,, घटना के बाद जब पीड़िता रिपोर्ट दर्ज कराने जाती है तब उसे मेडिकल करवाने के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भेजा जाता है एवं वाहन का शुल्क भी उससे लिया जाता है। इस प्रक्रिया में तीन-चार दिन लगने पर आरोपी के खिलाफ जो सबूत मिलने चाहिए वह नहीं मिल पाते हैं जिससे कि आरोपी जमानत पर बाहर आकर फिर दुष्कर्म करने के फिराक में रहता है।।।