हल्द्वानी में मेयर गजराज सिंह बिष्ट मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में नाले के ऊपर हुए अतिक्रमण को लेकर दिए भाषण को लेकर एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि या तो मकान टूटेगा या फिर नाला साफ होगा। अब मकान तोड़ेंगे तो कहोगे कि साहब भाजपा की सरकार ने हमारा मकान तोड़ दिया। अगर मकान नहीं तोड़ेंगे तो आप कहोगे भाजपा की सरकार मुसलमानों की तरफ देख ही नहीं रही है। दोनों बातें एक साथ नहीं चलेंगी।
दो दिन पहले जब सांसद अजय भट्ट ने शनि बाजार के नाले के कार्यों का शुभारंभ किया था तब मेयर को भी संबोधन के लिए बुलाया गया। माइक थामने के बाद मेयर बोले- मैं एक-दो बातें कहना चाहता हूं, जो मेरी और आपके बीच की हैं। मैं अभी परसों ईदगाह रोड पर गया था। हम चाहते थे कि बरसात से पहले वहां स्थित नाला क्रास हो जाए और साफ हो जाए ताकि बरसात में आपके घरों में पानी न घुसे। बोले, लेकिन दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि उस नाले के ऊपर भी भवन बनाए गए हैं। मेयर ने खुद ही सवाल किया कि अब जब नाले के ऊपर मकान बना हो तो उसे साफ कैसे करें। आगे बताया कि निगम कर्मियों ने नाला साफ न हो पाने की शिकायत की तो मैं स्वयं कर्मचारियों के साथ नाला साफ करवाने वहां गया। वहां पता चला कि नाले के ऊपर मकान बना दिए गए हैं।
मेयर ने दो टूक कहा- अब ये दोनों बातें तो एक साथ नहीं चल सकतीं। या तो आपका मकान टूटेगा या फिर आपका नाला साफ होगा। दोनों में एक काम होगा। इतना कहते ही मेयर ने पास में बैठे दायित्वधारी मजहर नईम से पूछा कि मजहर भाई गलत तो नहीं कह रहा हूं। मजहर बोले- नहीं, नहीं।
मेयर यहां भी नहीं थमे, बोले- मैं बड़ी खरी-खरी बात कहता हूं। कोई बुरा माने या भला माने। मैं स्वयं गया था वहां नाला साफ कराने, लेकिन नहीं कर पाए हम। कैसे करें, मकान बना है उसके ऊपर। बोले-अब यह आरोप भी नहीं लगाएं कि नाला साफ नहीं हुआ, औरों का कर दिया। मकान टूटता है तो यह न कहें कि हमारा मकान तोड़ दिया दूसरे का नहीं तोड़ा। बोले यह दोनों बातें एक साथ नहीं चल सकती हैं। मेयर के भाषण का यह हिस्सा शुक्रवार को सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ है।