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दिल्ली में आग : इमारत में लगी भीषण आग में 27 की मौत, 50 से ज्यादा को बचाया गया, कई लोग अब भी लापता।।

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मुंडका इलाके में शुक्रवार शाम एक तीन मंजिला इमारत में भीषण आग लग गई। इस हादसे में 27 लोगों की मौत हो गई। 50 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों की संख्या 12 बताई गई है। हादसे में दमकल विभाग के दो कर्मियों की भी मौत हुई है। कई लोग अभी भी इमारत में फंसे हुए हैं। कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। उनकी तलाश जारी है। 
घायलों को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर संजय गांधी अस्पताल भेजा गया। मौके पर पहुंचीं दमकल की 30 गाड़ियां आग बुझाने में जुटी रहीं। प्रधानमंत्री मोदी ने घटना पर संवेदना व्यक्त की है। देर रात आग पर काबू तो पा लिया गया लेकिन अभी भी धुएं के गुबार और मलबे में लापता लोगों की तलाश जारी हैं। दमकल विभाग के अधिकारी सतपाल बारद्वाज ने बताया कि कोई और शव नहीं मिला है।  
इसके अलावा पुलिसकर्मी भी बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। इमारत में कई कंपनियों का कार्यालय और फैक्टरी है। आग लगने के बाद इन कार्यालय में काम करने वाले काफी लोग इमारत में फंस गए। हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री राहत कोष से 2 लाख रुपए दिए जाएंगे और जो घायल हुए हैं उन्हें 50 हजार रुपए प्रदान किए जाएंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी ट्वीट में यह जानकारी दी गई है। 

सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और स्थानीय लोगों की मदद से राहत और बचाव का काम शुरू किया गया। राहत बचाव में लगे कर्मियों ने रस्सी की मदद से आग की लपटों के बीच घिरी इमारत में फंसे करीब 60 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। इमारत में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आग बुझने के बाद सर्च अभियान चलाया जाएगा। इसके बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी। आग पर काबू करने के बाद ही आग लगने के सही कारणों का पता चल पाएगा। दिल्ली पुलिस ने बिल्डिंग के मालिकों हरीश गोयल और वरुण गोयल को हिरासत में ले लिया है।

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हादसे के बाद देर रात बाहरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त समीर शर्मा ने बताया कि 27 लोगों की मौत हो गई है और 12 घायल हो गए हैं। हम शवों की पहचान के लिए फोरेंसिक टीम की मदद लेंगे। एफआईआर दर्ज कर ली गई है। हमने कंपनी मालिकों को हिरासत में लिया है। आशंका है कि और शव बरामद किए जा सकते हैं क्योंकि बचाव अभियान अभी पूरा नहीं हुआ है। 

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि आग इमारत की पहली मंजिल से शुरू हुई। जहां पर सीसीटीवी कैमरों और राउटर निर्माण कंपनी का कार्यालय है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार शाम करीब 4.45 बजे मुंडका के तीन मंजिला व्यवसायिक इमारत में आग लगने की जानकारी मिली। इस इमारत में कई कंपनियों के कार्यालय हैं। आग लगने के दौरान इन कार्यालय में काफी लोग मौजूद थे। कुछ ने आग लगते ही वहां से भागने की कोशिश की लेकिन ज्यादातर लोग आग में फंस गए।

पहली मंजिल पर लगी आग तुरंत ऊपर की मंजिलों में फैल गई। इमारत से आग की लपटें निकलने लगीं। आग लगने की सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और राहत बचाव का काम शुरू कर दिया। इससे पहले स्थानीय लोग भी लोगों को बचाने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस कर्मियों ने इमारत की खिड़कियां तोड़कर वहां फंसे करीब 60 लोगों को रस्सी की मदद से बाहर निकाला, जिसमें से आठ लोग आग की चपेट में आकर मामूली रूप से झुलस गए थे। पुलिस ने घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आग को नियंत्रित कर लिया गया है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि पहली मंजिल में आग लगते ही वहां अफरा-तफरी मच गई। इमारत में फंसे लोग बाहर निकलने के लिए जद्दोजहद कर रहे थे। कुछ लोग इमारत से कूद गए। बताया जा रहा है कि जनरेटर से आग लगी और धुंए की वजह से लोग कुछ देख नहीं पा रहे थे। कुछ लोगों ने उपर से छलांग लगाकर अपनी जान बचाई। कुछ मिनटों में ही इमारत में आग लगने की जानकारी मिलते ही आस पास के सैकड़ों लोग वहां पहुंच गए। लोगों ने इमारत में फंसे लोगों को बचाने की कोशिश करने लगे। सड़क के आस पास काफी भीड़ जमा हो गई। जिसकी वजह से वहां जाम लग गया। वहां पहुंचने वाले कुछ ऐसे भी लोग थे जिनके अपने इमारत में स्थित कंपनी में काम करते थे।

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वह अपने परिचितों से फोन कर उनका हालचाल जानने की कोशिश कर रहे थे, जानकारी नहीं मिलने पर वह पुलिस के पास पहुंच रहे थे और जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहे थे। लोग यह जानने की कोशिश कर रहे थे कि कितने लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया है। लोगों की भीड़ की वजह से राहत कार्य में भी दिक्कत आ रही थी। बाद में पुलिस ने लोगों को घटनास्थल से दूर हटाया और राहत कार्य में जुट गए। 

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