देहरादून की तहसील यमकेश्वर के गंगा भोगपुर स्थित एक रिजॉर्ट में सेवारत पौड़ी ब्लॉक के श्रीकोट गांव की अंकिता की हत्या के मामले में उसके दोस्त पुष्पदीप ने नया खुलासा किया है। उसने बताया कि जिस दिन अंकिता लापता हुई, पुलकित आर्या ने उसे कॉल पर अंकिता के लिए नई जॉब तलाशने की बात कही थी। कठुआ जिले के नगरी से सटे कल्याणपुर गांव का निवासी पुष्पदीप वीरवार को जांच टीम को सहयोग करने के लिए उत्तराखंड रवाना हो गया। पुष्पदीप ने ही अंकिता की गुमशुदगी पर संदेह जाहिर करते हुए जानकारी उसके परिवार को दी थी। मामले में ट्विटर के माध्यम से पुलिस को भी जानकारी दी थी। इसके बाद पुलिस ने जांच तेज करते हुए सुबूत जुटाने शुरू कर दिए थे। पुष्पदीप ने बताया ने बताया कि उसकी अंकिता से दोस्ती इंस्टाग्राम के माध्यम से एक साल पहले हुई थी। वे लगभग रोजाना नियमित रूप से बात करते थे और अंकिता उसकी अच्छी दोस्त थी।
पुष्पदीप ने बताया कि जिस दिन अंकिता लापता हुई उसी दिन साढ़े आठ बजे उससे बात हुई थी। वो रिजार्ट से कहीं बाहर थी और उसने बताया कि सर ने कुछ जरूरी काम कहा है, कहा था कि कहीं बाहर चलते हैं मूड ठीक हो जाएगा। बकौल पुष्पदीप शाम को वो (अंकिता) रो भी रही थी। ऐसे में संदेह के आधार पर पुष्पदीप ने अंकिता को थोड़ी देर फोन जारी रखने को कहा। लेकिन कुछ देर के बाद अंकिता ने यह कहकर फोन काट दिया कि रूम में पहुंचकर बात करेगी।
पुष्पदीप ने बताया कि लगभग चालीस मिनट के बाद पुलकित आर्या का फोन आया कि अंकिता के लिए कहीं और जॉब खोजो। इसके लिए कारण बताया गया कि वह फोन पर बात करती रहती है और इधर-उधर बैठ जाती है। पुष्पदीप ने बताया कि इसके बाद उसने अंकिता को कॉल ट्राई किया लेकिन नंबर बंद आया। ऐसे में पुष्पदीप ने फिर से पुलकित आर्या को फोन किया। पुष्पदीप ने बताया कि पुलकित ने दो बार फोन नहीं उठाया जिसके बाद उसका फोन स्विच ऑफ हो गया। पुष्पदीप ने बताया कि उसने सोचा कि वे वापस रिजार्ट में आ गए होंगे। सुबह साढ़े आठ बजे नंबर लगाया तो अंकिता का नंबर फिर बंद आया।