
अयोध्या –
रामनगरी में चल रही फिल्म अभिनेता ,अभिनेत्रियों से सुसज्जित ऐतिहासिक रामलीला में शबरी का चरित्र निभा रहीं सुप्रसिद्व लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि शबरी का चरित्र हमें भक्ति के पराकाष्ठा का ज्ञान देता है। भक्ति के आगे जहां प्रभु के सामने इंसान शरणागत हो जाता है, वहीं अनुभूति हो रही है, क्योंकि मेरी पहचान लोक गायिका के रूप में है और लोक का सबसे सरल स्वरूप शबरी है. शबरी की भक्ति सराहनीय है. बनवासी राम जब वनवासी शबरी को दिखते हैं तो उनका स्वागत और बाद में राम उनको मां कहकर परम पद प्रदान करते हैं. मालिनी अवस्थी ने कहा कि शबरी के चरित्र का चयन मैने स्वयं किया है. अयोध्या. माता शबरी की भूमिका में विश्व गायिका पदमश्री से सम्मानित मालिनी अवस्थी ने अपने अभिनय से भगवान राम भक्तों को भगवान राम की भक्ति में लीन कर दिया. पहली बार मालिनी अवस्थी रामलीला के मंच पर अभिनय करती नजर आईं. मालिनी अवस्थी देश-विदेश में कई अवार्ड से सम्मानित है और रामलीला में पहली बार अपना अभिनय किया।उन्होंने कहा कि अयोध्या की रामलीला विश्व की सबसे बड़ी रामलीला है और राम भक्तों ने इसको सबसे बड़ी रामलीला बनाया है। राम लीला हमें कुछ नई सीख देती है जैसे बड़े भाई छोटे भाई का प्रेम, पिता का आज्ञाकारी पुत्र राम जिन्होंने अपने पिता के वचन को निभाने के लिए 14 वर्ष का वनवास किया. हमारी युवा पीढ़ी को भगवान राम की रामलीला में भाई, पिता और माता का प्रेम और उनका महत्व देखने को मिलता है।