मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम के अनुज भरत की तपोस्थली भरतकुंड पर नन्दीग्राम महोत्सव का आज शुभारंभ हुआ।तीन दिवसीय नंदीग्राम महोत्सव का शुभारंभ पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी व महंत कमलनयन दास,बीकापुर विधायक शोभा सिंह चौहान द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया।इस महोत्सव की शुरुआत से पहले हवन पूजन के साथ वैदिक मंत्रोच्चारण की धुन में आयोजन प्रारंभ हुआ। तीन दिवसीय चलने वाले नंदीग्राम महोत्सव के पहले दिन जहां एक और पारंपरिक व सनातनी मंत्रोच्चारण के साथ मणिराम दास छावनी के तत्वाधान में महोत्सव का प्रारंभ किया गया।तो वहीं दूसरी और शाम को कवि सम्मेलन का आयोजन कर महोत्सव में रंगोलियां बिखेरने का प्रयास भी हुआ।मणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास से बताया कि नंदीग्राम वही स्थल है जहाँ भरत जी ने 14 वर्षों तक तपस्या की थी। राजा तपस्वी,त्यागी हो तो प्रजा सुखी होती है, राजा भोगी होता है तो प्रजा भी दुखी होती है।वहीं बताया कि हमारा लक्ष्य है भगवान श्री राम जी के अनुज भरत जी के आदर्श चरित्र को जन-जन तक पहुंचाना। जब भी श्रद्धालु तीर्थ यात्रा करने के लिए आता है तो उसे अयोध्या के साथ-साथ नंदीग्राम आना पड़ता है।लेकिन शासन प्रशासन के द्वारा नंदीग्राम की उपेक्षा होती रही है। नंदीग्राम में आज तक कोई व्यवस्था नहीं की गई। महंत कमल नयन दास ने बताया कि पर्यटन की दृष्टि से हमारा प्रयास है कि हम नंदीग्राम का विकास करेंगे इसको लेकर हमने कई बार मुख्यमंत्री से बात किया है.और हम भी इसके प्रयास में लगे हुए हैं।मुख्यमंत्री जी ने हमें वचन दिया है,सब प्रकार से नंदीग्राम का विकास होगा.हालांकि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अयोध्या आगमन के कारण विलंब तो जरूर हुई मगर स्थानीय स्तर पर कवि सम्मेलन का आयोजन कर कार्यक्रम की भव्यता को बनाने के लिए आयोजकों द्वारा भरपूर प्रयास किया गया।
नन्दीग्राम महोत्सव का शुभारंभ,पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी ने दीप प्रज्वलित कर किया शुरुआत
