प्रदेश में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में नर्सों की भर्ती को लेकर हो रही परीक्षा का पुरे उत्तराखंड राज्य की संविदा स्वास्थ्य विभाग की नर्सो ने भारी दुख जताया और उत्तराखंड शासन के इस फैसले का विरोध करने का मन बना लिया है उनका कहना है कि हम पिछले 8 साल से स्वास्थ विभाग के लिए दिन रात काम कर रहे हैं और लगभग पिछले डेढ़ साल से करोना को लेकर रात दिन जोखिम उठाया और आने वाले मरीजों की सेवा की। हमें 1 दिन की भी छुट्टी नहीं मिली है। हमारी कुछ नर्से कोरोना पॉजिटिव और कुछ कोरन्टीन है ऐसे में वह आने वाले एग्जाम को कैसे दे पाएंगे हम सरकार से यह कहना चाहते हैं कि जो पूरे उत्तराखंड राज्य में लगभग 450 नर्से फ्रंट लाइन में पहले काम कर रही है उनको पक्का करना चाहिए फिर उसके बाद रिक्त पदों की भर्ती करनी चाहिए। विरोध करने वालो में स्वाती शर्मा, दीप्ति कंपा, रोहानी लियाल, संगीता सिंह, कमला पाण्डेय, रुचि, सुष्मिता आदि।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग में स्टाफ नर्स के पदों की परीक्षा के विरोध में उतरी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी।
