
कोर्ट परिसर में वकील की हत्या: योगी सरकार पर बरसे अखिलेश यादव और मायावती, पूर्व IAS ने भी साधा निशाना
पूर्व IAS सूर्य प्रताप सिंह ने भी इसको लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ पर सवाल उठाए हैं।
कोर्ट परिसर में वकील की हत्या, योगी सरकार पर बरसे अखिलेश और मायावती
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर कोर्ट में 18 अक्टूबर को दिनदहाड़े एक वकील की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसको लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती ने योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरा है। तमाम सोशल मीडिया यूजर्स ने भी इस घटना को लेकर यूपी सरकार से सवाल पूछा है।
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने आधिकारिक टि्वटर हैंडल से योगी सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा, ‘शाहजहांपुर में कोर्ट में ही एक वकील की सरेआम हत्या ने एनकाउंटर सरकार के झूठे प्रचार का सच जनता के सामने लाकर रख दिया है। भाजपा सरकार में यूपी ‘ईज़ ऑफ़ डूइंग क्राइम’ में नंबर वन हो गया है।’
उधर, बसपा सुप्रीमो मायावती ने लिखा ‘यूपी के शाहजहांपुर जिले की कोर्ट परिसर में वकील की हत्या भाजपा सरकार की कानून व्यवस्था की स्थिति के दावों की पोल खोलती है। यूपी को लेकर यह सवाल उठता है कि यहां कौन सुरक्षित है?’ बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने लिखा, ‘इस प्रदेश में कोई भी कहीं भी सुरक्षित नहीं है। घर से लेकर न्यायालय तक में होने वाली इन घटनाओं से साबित होता है कि अपराधियों को सत्ता का संरक्षण मिला हुआ है। यूपी अपराधियों का गढ़ बन गया है।’
पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने घटना से जुड़ी तस्वीर साझा करते हुए लिखा, ‘यह वकील साहब का नहीं, अपराध मुक्त प्रदेश का शव पड़ा है।’ फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने लिखा, ‘यह योगी आदित्यनाथ का अपराध मुक्त उत्तर प्रदेश है।’ संदीप नाम के यूजर ने लिखा ‘कानून का इतना खौफ है उत्तर प्रदेश में कि एक वकील को भरे कोर्ट में गोली मार दी जाती है।’ बृजपाल सिंह नाम के यूजर ने लिखा ‘उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट है। अपराधी भाजपा के संरक्षण में अपराध दर अपराध कर रहे और भाजपा अपनी पीठ थपथपा कर कह रही है कि कानून व्यवस्था बहुत अच्छी है।’
दरअसल, यूपी के शाहजहांपुर में कोर्ट परिसर में ही 18 अक्टूबर को दिनदहाड़े एक वकील की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें वह घटना को लेकर कह रहा है कि ‘पिछले 20 साल में भूपेंद्र (जिसकी हत्या की) ने मेरे ऊपर 24 फर्जी मुकदमे दर्ज करा दिए थे। जिसके कारण मैं चैन से सो नहीं पा रहा था, इसलिए मैंने परेशान होकर गोली मार दी।’