अयोध्या के श्मशान घाट पर कैसे धधक रही चिताएं अयोध्या के श्मशान घाट पर धधक रही चिताएं.
अयोध्या में श्मशान घाट पर सैकड़ों की संख्या में हो रहा दाह संस्कार, लकड़ियों की कमी को पूरा करने के लिए मेयर ने उठाया ये कदम
अयोध्या. देश में Covid का संक्रमण तेजी बढ़ता जा रहा जिसके कारण मौत का आंकड़ा भी नही रुक रहा है। और श्मशान घाटों पर दाह संस्कार के लिए लकड़ियां कम पड़ रही है। जिसका एक ऐसा दृश्य अयोध्या के सरयू तट स्थित श्मशान घाट का भी दिखा। जहां प्रतिदिन दर्जनों की संख्या दाह संस्कार किया जा रहा है। जिसके लिए अयोध्या मेयर ऋषिकेश उपाध्याय व कुछ सामाजिक संगठन के लोग सामने आये है। और लोगो के अंतिम संस्कार के लिए लकड़ियों की व्यवस्था कर रहे हैं।
अयोध्या नगर निगम महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने बताया कि अयोध्या मोक्षदायनी पूरी कही जाती है ऐसी पौराणिक मान्यता है जिसके कारण अयोध्या में लगभग 20 से 25 जिलों से लोग अपने परिजनों के अंतिम संस्कार के लिए आते हैं वही कहा कि वैश्विक महामारी बहुत विकराल रूप ले चुकी है जिसके कारण दाह स्थान पर लकड़ी का भाव हो गया था । इसके पहले यहाँ पर 25 की संख्या में प्रतिदिन अंतिम संस्कार किये जाते थे लेकिन अब 100 से ऊपर अंतिम संस्कार किया जा रहा है ऐसी स्थिति में किसी प्रकार का अव्यवस्था ना हो प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में हम सभी सभी आगे आकर कार्य कर रहे हैं और सामाजिक संगठनों से भी सहयोग मांगा है आज शाम तक उस स्थान पर लकड़ी की व्यवस्था कर दिया गया है। अब लकड़ी की कोई अभाव नहीं है वही कहा कि उस स्थान पर एक लकड़ी बैंक की स्थापना भी किया जाएगा जो रामायण सेवा ट्रस्ट के द्वारा संचालित होगी गौ सेवक रितेश दास के संचालन में बैंक का संचालन किया जाएगा। यहाँ आने वाले लोगों को निशुल्क लकड़ी उपलब्ध कराई जाएगी।