संतो ने कहा राम भक्तों पर 1990 में चलवाई गई थी गोली पहले गलती स्वीकार कर मांगे माफी अयोध्या विधानसभा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव राम की पैड़ी से गांधी पार्क तक 8 किलोमीटर करेंगे रोड शो, संतो न कहा सपा को कभी भी स्वीकार नहीं करेगी अयोध्या
अयोध्या. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर अयोध्या में राम मंदिर और हनुमानगढ़ी पर दर्शन पूजन करने की चुनौती दी है। और कहा है कि आज होने वाले रोड शो से पहले समाजवादी पार्टी के लोग माफी मांगे और पश्चाताप करें। दरसल यूपी विधानसभा के पांचवें चरण का चुनाव प्रचार आज हमने जा रहा है लेकिन उसके पहले राम नगरी अयोध्या में समाजवादी पार्टी पहली बार रोड शो का आयोजन करने जा रही है जिसमें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी शामिल होंगे।
अयोध्या में अखिलेश यादव का रोड शो : संतो ने कहा राम भक्तों पर चलाई थी गोली पहले गलती स्वीकार कर मांगी माफी
अयोध्या में अखिलेश यादव का रोड शो : संतो ने कहा राम भक्तों पर चलाई थी गोली पहले गलती स्वीकार कर मांगी माफी
अयोध्या आने से पहले करें माफी मांगना चाहिए संत
राम वल्लभा कुंज के अधिकारी राजकुमार दास ने कहा कि अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा है कि अयोध्या में समाजवादी पार्टी ने जो दिखाया है वह हिंदू समाज और संत समाज कभी भूलने वाला नही है जो सनातन को मानता है। यहां पर रक्त की नदियां बह गई हैं उनके पिता श्री के द्वारा उनको अयोध्या आना ही नहीं चाहिए पहले वह पश्चाताप और प्रायश्चित करें उसके बाद अयोध्या आए लेकिन संत और सनातन कभी भी उन्हें स्वीकार नहीं करेगा।
अयोध्या के इसी सड़कों पर राम भक्तों पर चलवाई थी गोली
हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास ने ठिठोले लेते हुए कहा कि आज एक और लोग आ रहे हैं जिन्होंने राम भक्तों पर गोलियां चलवाई जिन्होंने राम को काल्पनिक कहने वाले का साथ दिया औरा राम जन्मभूमि पर हमला करने वाले आतंकवादियों को छुड़वाने का काम किया वह भी आज अयोध्या आ रहे हैं। मैं अखिलेशुद्दीन को चुनौती देता हूं कि अगर आप हिंदू हैं सनातन धर्म को मानते हैं तो राम जन्मभूमि और हनुमानगढ़ी पर दर्शन करके दिखाएं। वही कहा कि आज आप रोड शो करने जा रहे हैं लेकिन अभी तक उन राम भक्तों से माफी नहीं मांगी है। जिनका कत्ल किया था। आज वह उसी गली में आ रहे हैं जहां पर हिंदू जनमानस का कत्लेआम किया गया था खून की नदियां बहाई गई थी। अखिलेश यादव इस चुनौती को स्वीकार नहीं कर सकते क्योंकि उनको डर है कि दर्शन किया तो एक वर्ग नाराज हो जाएगा