कहां से आएंगे इतने पैसे: टमाटर हुआ गुस्से से लाल,प्याज भी लगा रुलाने.. लोग बोले- लगता है छोड़ना पड़ेगा खाना

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कहां से आएंगे इतने पैसे: टमाटर हुआ गुस्से से लाल,प्याज भी लगा रुलाने.. लोग बोले- लगता है छोड़ना पड़ेगा खाना

महाराष्ट्र में भारी बारिश से प्याज की सप्लाई पर असर पड़ा है। जिसके चलते एक बार फिर प्याज और टमाटर के भाव बढ़ने लगे हैं। लोगों का कहना है कि पिछले सप्ताह भर से भाव में वृद्धि हुई है। प्याज 70 रुपये प्रति किलो बिक रही है। वहीं टमाटर भी 50 रुपये किलो है। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि कई लोग तो सिर्फ भाव सुन कर ही आगे बढ़ जाते हैं। इनका कहना है पिछले साल अगस्त के अंत तक प्याज की कीमत 40 से 50 रुपये किलो थी, जबकि टमाटर 25 से 30 रुपये किलो भाव में बिका था।

सब्जियों के लगातार बढ़ते दाम से आम आदमी को विभिन्न प्रकार की मुश्किलों से जूझना पड़ रहा है। प्याज मौजूदा समय में 70 रुपये प्रति किलो में बिक रही है। इतना ही नहीं, टमाटर के दाम भी बढ़ता जा रहे हैं। जबकि लहसुन 120 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। तो कश्मीरी मिर्च 80 रुपये प्रति किलो है। इसके अलावा गोभी, शिमला मिर्च के दाम भी विगत दिनों के अपेक्षा बढ़ गए हैं। नतीजा यह है कि इसका सीधा प्रभाव घरेलू बजट पर पड़ रहा है।


व्यापारियों का कहना है कि दिल्ली की आजादपुर मंडी से ही उन्हें टमाटर-प्याज थोक भाव में महंगे मिल रहे हैं। गुरुग्राम स्थित गुरुद्वारा रोड सब्जी मंडी के आढ़ती अशरफ खान का कहना है कि महंगाई के कारण फुटकर दुकानदार भी टमाटर और प्याज कम ही ले जा रहे हैं।
सब्जी मंडी में खरीदारी करने आईं शिवाजी नगर निवासी आरती का कहना है कि वह हफ्ते में एक बार सब्जी खरीदने आती हैं। प्याज का भाव तेजी से बढ़ा है। लगातार बढ़ते सब्जियों के दाम से घर का बजट बिगड़ गया है। इसी प्रकार गरिमा दलाल का भी कहना है कि टमाटर-प्याज खाना ही छोड़ना पड़ेगा। इतने पैसे कहां से आएंगे। इसके चलते कई अन्य खर्चों में कटौती करनी पड़ रही है।

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