उत्तराखंड- कायम रही पंरपरा: यहाँ ग्राम पंचायत में दूसरी बार निर्विरोध हुआ प्रधान का चुनाव

Spread the love

 

 

देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र की राडागाड ग्राम पंचायत ने एक बार मिसाल कायम की गई। त्रिस्तरीय पंचायती चुनावों की औपचारिक घोषणा से पहले ही राडागाड, ग्वाड़ और टोला गांवों से मिलकर बनी इस पंचायत में ग्रामीणों ने पारस्परिक एकता और भाईचारे की परंपरा को कायम रखते हुए दूसरी बार प्रधान का चुनाव निर्विरोध किया है।

ग्वाड़ गांव की शोभा देवी नेगी को निर्विरोध प्रधान चुना गया, जबकि टोला गांव की राजेश्वरी देवी बर्त्वाल उपप्रधान बनीं। सात वार्ड सदस्यों का चुनाव भी सर्वसम्मति से किया गया। यह निर्णय ग्रामीणों की आपसी समझ और विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

 

 

पहल की सराहना
वर्ष 2013 में सड़क की मांग को लेकर किए गए आंदोलन के बाद गांवों ने तय किया था कि हर पंचवर्षीय योजना में एक-एक गांव से बारी-बारी से प्रधान निर्विरोध चुना जाएगा। यह परंपरा इस बार भी कायम रही। बैठक में स्पष्ट किया गया कि यदि सीट पुरुष सामान्य के लिए होती, तो शोभा देवी के स्थान पर उनके पति विक्रमसिंह नेगी को चुना जाता।

इस निर्णय को टोला ग्वाड़ राडागाड विकास मंच ने समर्थन देते हुए कहा कि पंचायत चुनावों में अक्सर आपसी फूट पड़ती है, जबकि निर्विरोध चुनाव एकता और संसाधन बचाने का रास्ता है। पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य कर्ण सिंह बर्त्वाल और अध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र सिंह बर्त्वाल ने इस पहल की सराहना की और अन्य पंचायतों से भी इसे अपनाने का आह्वान किया।

नवनिर्वाचित प्रधान शोभा देवी ने कहा कि वे पंचायत के सर्वांगीण विकास के लिए पूर्ण निष्ठा से कार्य करेंगी। ग्रामीणों की यह एकजुटता क्षेत्र में लोकतांत्रिक जागरूकता और विकासशील सोच की मिसाल बन गई है।

और पढ़े  उत्तरकाशी में दर्दनाक हादसा:- धनारी पैणी भवान मार्ग पर वाहन खाई में गिरा, चालक की मौके पर मौत

Spread the love
  • Related Posts

    मोटाहल्दु: गौला नदी में डूबने से 2 छात्रों की मौत, शव बरामद, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

    Spread the love

    Spread the love   गौला नदी में नहाने गए कक्षा 9वीं और कक्षा 10वीं के दो छात्र मंगलवार की रात डूब गए। बुधवार की सुबह दोनों का शव पांच घंटे…


    Spread the love

    कांवड़ यात्रा: 4 करोड़ से ज्यादा ‘भोले’ पहुंचे हरकी पैड़ी,हाईवे से शहर तक उमड़ा रेला..

    Spread the love

    Spread the love     कांवड़ यात्रा के अंतिम दिन डाक कांवड़ यात्रियों की रफ्तार बेहद तेज रही। हाईवे से लेकर शहर की गलियों तक सबसे अधिक तेज आवाज वाली…


    Spread the love