
भारत की ऊर्जा राजधानी सिंगरौली में एशिया का सबसे बड़ा नगरीय विस्थापन होने जा रहा है। यहां 30 हजार परिवारों को विस्थापित किया जाएगा। देश में पहली बार ऐसा होगा, जब किसी कोयला खदान के लिए बसे-बसाए शहर को उजाड़ा जाएगा। यहां 22 हजार से ज्यादा इमारतें ध्वस्त की जाएंगी।
इनमें चार बड़े कॉलेज, 20 से ज्यादा प्रमुख स्कूल और कई बड़े अस्पताल शामिल हैं। मंदिर और मस्जिद सहित अन्य धर्मस्थल भी टूटेंगे। पांच हजार से ज्यादा छोटे-बड़े दुकानदार भी हटाए जाएंगे। कोई 40 साल पहले यहां आया था तो कोई 60 साल पहले।