
टाटा मोटर्स ने एलान किया है कि भारत में उसके यात्री वाहनों की कीमत 7 नवंबर से बढ़ जाएगी। कार के वैरिएंट और मॉडल के आधार पर कीमतों में औसत 0.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। कंपनी के मुताबिक उत्पादन लागत बढ़ने के कारण वाहनों की कीमतें बढ़ाई जा रही हैं। निर्माता ने कहा कि वे बढ़ी हुई लागत के एक महत्वपूर्ण हिस्से को खुद उठा रहे हैं। लेकिन ओवरऑल इनपुट लागत में भारी बढ़ोतरी ने उसे इस न्यूनतम कीमत बढ़ोतरी के जरिए कुछ अनुपात में ग्राहकों पर डालने के लिए मजबूर किया है। यह पहली बार नहीं है जब निर्माता ने अपने यात्री वाहनों की कीमतों में बढ़ोतरी की है। टाटा मोटर्स ने इससे पहले कीमतों में 0.55 फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी। कीमतों में इजाफा जुलाई में हुआ था जब टाटा मोटर्स ने Nexon EV (नेक्सन ईवी) और Nexon EV Max (नेक्सन ईवी मैक्स) की कीमतों में भी बढ़ोतरी की थी। टाटा मोटर्स पिछले कुछ वर्षों में सबसे कामयाब ऑटोमोबाइल निर्माताओं में से एक बन गया है। निर्माता ने अपने इलेक्ट्रिक वाहन पोर्टफोलियो की बिक्री में 157 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है। कंपनी ने पिछले महीने कुल मिलाकर 4,277 इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री की, जबकि एक साल पहले इसी महीने में 1,660 यूनिट्स की बिक्री हुई थी। टाटा इस सयम भारत में अग्रणी इलेक्ट्रिक फोर-व्हीलर निर्माता है और उसके पास इलेक्ट्रिक वाहनों की सबसे बड़ी लाइन-अप है। टाटा के पास Tigor EV, Nexon EV और Nexon EV Max जैसी इलेक्ट्रिक कार हैं। कंपनी के पास Tiago EV भी है जिसका हाल ही में उतारा गया था और यह इस समय भारतीय बाजार में सबसे किफायती इलेक्ट्रिक फोर-व्हीलर है।
टाटा मोटर्स ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में 200 इलेक्ट्रिक बसें पहुंचाईं। वे जम्मू-कश्मीर को 12-मीटर स्टारबस इलेक्ट्रिक बसों की 50 यूनिट्स के अलावा 9-मीटर स्टारबस इलेक्ट्रिक बसों की 150 यूनिट्स भी डिलीवर करेगी।