
देहरादून से आई विजिलेंस टीम ने विश्व प्रसिद्ध दरगाह साबिर पाक के कार्यालय में छापा मारकर दरगाह प्रबंधक को दस हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। कलियर दरगाह में तैनात सुपरवाइजर राव सिकंदर की पिछले दिनों शिकायत मिलने पर दरगाह प्रबंधक मोहम्मद हारून ने सेवाएं समाप्त कर दी थीं। वहीं, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने दरगाह प्रबंधक के आदेश को रद्द कर राव सिकंदर को फिर से बहाल करने के आदेश जारी किए थे। आरोप है कि दरगाह प्रबंधक ने फिर से तैनाती दिए जाने और पिछला वेतन बनाने के नाम पर राव सिकंदर से डेढ़ लाख रुपये की मांग की थी।
काफी मिन्नत के बाद भी वह नहीं माना तो सिकंदर ने रुपये किस्तों में देने की बात कही। इसके बाद पहली किस्त के रूप में दस हजार रुपये दे दिए। राव सिकंदर ने मामले की शिकायत विजिलेंस से की थी। जांच में शिकायत की पुष्टि होने के बाद एसपी श्वेता चौबे के निर्देश पर विजिलेंस टीम ने योजना तैयार कर सिकंदर को दूसरी किस्त के रूप में दस हजार देने प्रबंधक के पास भेजा।
जैसे ही प्रबंधक ने पैसे लेकर अपने पास रखे तो विजिलेंस की टीम कार्यालय पहुंच गई और रुपये के साथ प्रबंधक को पकड़ लिया। विजिलेंस के सीओ सुरेंद्र सिंह सामंत ने बताया कि दरगाह प्रबंधक मोहम्मद हारुन को दस हजार की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया गया है। वहीं, एक टीम ने प्रबंधक के घर ज्वालापुर में जाकर भी जांच की। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया है। टीम के उत्साहवर्धन के लिए डीआईजी विजलेंस अरुण मोहन जोशी ने टीम को इनाम देने की घोषणा की है। इस दौरान टीम में इंस्पेक्टर मनोज रावत, साधना त्यागी, तुषार बोरा, सिपाही गोपाल, अश्वनी यादव, मनोज शर्मा, विनोद रावत, जगदंबा शामिल रहे।